महाराष्ट्र में शिवसेना (UBT) नेता और सांसद संजय राउत ने नाशिक कुंभ मेले को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने रविवार (1 जून) को नाशिक में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद कहा कि कुंभ मेले के नाम पर महाराष्ट्र को कुछ नहीं मिल रहा है, जबकि गुजरात के ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. राउत ने आरोप लगाया कि घोषित पैकेज के तहत ज्यादातर ठेके गुजरात के ठेकेदारों को दिए गए हैं और महाराष्ट्र के ठेकेदारों को नजरअंदाज किया गया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “हमारे साधु-संत सिर्फ भजन करने आएंगे और भजन कर के चले जाएंगे.”
संजय राउत ने आगे कहा कि कुंभ मेले के नाम पर सारा काम गुजरात में केंद्रित हो रहा है. उन्होंने सवाल उठाया कि महाराष्ट्र के संसाधनों और पैसों का उपयोग बाहरी ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए क्यों किया जा रहा है. संजय राउत ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि कुंभ मेले जैसे बड़े आयोजन का लाभ स्थानीय लोगों और व्यवसायों को मिलने के बजाय, यह पैकेज गुजरात आधारित कंपनियों को सौंपा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि बड़ा आर्थिक अवसर भी है, जिसे जानबूझकर महाराष्ट्र से दूर किया जा रहा है.
कुंभ मेले की धनराशि पर पारदर्शिता नहीं- राउत
उन्होंने नाशिक की बदहाली की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भले ही नाशिक में बैठकें कर रहे हैं, लेकिन शहर की जमीनी हालत बद से बदतर बनी हुई है. राउत ने कहा, “शहर में जगह-जगह गड्ढे हैं, सड़कें पानी में डूबी हैं और विकास के नाम पर सिर्फ अनाथालय जैसी स्थिति बनी हुई है.” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कुंभ मेले के लिए बड़ी धनराशि को मंजूरी मिली है, लेकिन उसका सही उपयोग कैसे और कहां होगा, इस पर पारदर्शिता नहीं है.
संजय राउत ने प्रयागराज कुंभ मेले का हवाला देते हुए कहा कि वहां भी अधिकांश टेंडर गुजरात के ठेकेदारों को दिए गए थे और सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग हुआ था. उन्होंने आशंका जताई कि नाशिक में भी यही दोहराया जाएगा. उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि नाशिक में भी कुछ अलग होगा.”
