उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में उस वक्त सनसनी फैल गई जब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वरिष्ठ नेता राम अवतार सिंह के बेटे अश्वनी सिंह (21) ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना सोमवार रात की है, जब परिवार के अन्य सदस्य घर से बाहर थे। अश्वनी का खून से लथपथ शव घर के कमरे में मिला, जिसके पास लाइसेंसी रिवॉल्वर पड़ी थी।
जानकारी के अनुसार, बसपा नेता राम अवतार सिंह, उनकी पत्नी किरन लता, बेटी शिवानी और एक रिश्तेदार सोमवार को मेरठ दवा लेने गए थे। अश्वनी घर पर अकेला था। रात करीब 10:15 बजे जब परिवार लौटा, तो मुख्य गेट अंदर से बंद मिला। दूसरी चाबी से दरवाजा खोलकर जब वे अंदर दाखिल हुए, तो अश्वनी घर में नहीं दिखा।
उसकी तलाश में जब उसकी बहन शिवानी पहली मंजिल पर बने कमरे में गई, तो वहां खून से सना हुआ अश्वनी का शव पड़ा था। उसके सिर से खून बह रहा था और पास ही उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर पड़ी थी। सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया और मोहल्ले के लोग भी घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही सीओ सिटी शक्ति सिंह, इंस्पेक्टर पंकज तोमर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी अमित कुमार आनंद के निर्देश पर फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट टीम भी बुलवाई गई, जिसने घटनास्थल से अहम साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मौके से रिवॉल्वर, मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं।
पुलिस फिलहाल आत्महत्या के पीछे की वजह जानने की कोशिश कर रही है। हालांकि, अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और परिवार की ओर से भी कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। पूछताछ और डिजिटल उपकरणों की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है।
राम अवतार सिंह मूल रूप से नौगांवा सादात थाना क्षेत्र के गांव खंडसाल कलां के निवासी हैं। वर्ष 2007 में उन्होंने शिक्षण कार्य छोड़कर राजनीति में कदम रखा और बसपा में सक्रिय भूमिका निभाई। वे अमरोहा के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में मुरादाबाद मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी हैं। अश्वनी दिल्ली में पढ़ाई कर रहा था और इस साल उसका फाइनल सेमेस्टर था।
