जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी पंडितों को लेकर एक बार फिर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि जब तक कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी नहीं हो जाती, तब तक जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित होना असंभव है. कश्मीरी पंडित इस शुभ अवसर पर आए हैं और हम उनका स्वागत करने आए हैं. उन्होंने आगे ये भी कहा, ”पीडीपी ने हमेशा कहा है कि कश्मीरी पंडितों की गरिमापूर्ण वापसी और शांति सबसे जरूरी है.” पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने गंदेरबल में खीर भवानी मंदिर में पूजा-अर्चना की.
गंदेरबल में खीर भवानी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने कहा, “पीडीपी का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में मुद्दों को बंदूकों से ही नहीं किया जा सकता. इसके लिए राजनीतिक प्रक्रिया होनी चाहिए. यह राजनीतिक प्रक्रिया तब तक हासिल नहीं हो सकती जब तक हमारे सभी कश्मीरी पंडित कश्मीर वापस नहीं आ जाते.”
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने सोमवार (02 जून) को कश्मीरी पंडितों की सम्मानजनक वापसी और पुनर्वास की मांग की थी. पीडीपी प्रमुख ने कहा था कि समुदाय के फिर से एकीकरण को महज प्रतीकात्मक वापसी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसे जम्मू-कश्मीर के साझा, समावेशी और दूरदर्शी भविष्य के निर्माण के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए.”
महबूबा मुफ्ती ने LG मनोज सिन्हा से की मुलाकात
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात के बाद PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘मैंने उपराज्यपाल से आग्रह किया कि जिन लोगों पर कम गंभीर आरोप हैं और जो जेलों में बंद हैं, उन्हें ईद से पहले रिहा किया जाना चाहिए.” महबूबा मुफ्ती ने राजभवन में जम्मू-कश्मीर के LG से मुलाकात की थी और इस मसले को लेकर रोडमैप भी सौंपा था.
