आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं. जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय एसआईटी शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस घटना की गहन जांच करेगी.’
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में जिले के एक कोन्याक (जनजाति) नेता ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए बताया, घटना में 13 नागरिक मारे गए और 11 नागरिक घायल हुए हैं. दो नागरिकों के भी लापता होने की खबर है. घटना के बाद उन्होंने मौके का दौरा किया था.
उन्होंने कहा कि शनिवार (चार दिसंबर) शाम छह लोगों की मौत हो गई और सात अन्य ने रविवार सुबह तक दम तोड़ दिया.
नगालैंड के मोन ज़िले के ओटिंग और तिरु गांवों के बीच यह घटना उस समय हुई, जब कुछ दिहाड़ी मज़दूर शनिवार शाम पिकअप वैन से एक कोयला खदान से घर लौट रहे थे. पुलिस ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन ‘एनएससीएन-के’ के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वैन पर कथित रूप से गोलीबारी की थी. मामले की एसआईटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में बीते चार दिसंबर को उग्रवाद विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में नागरिकों के मारे जाने के बाद नाराज़ ग्रामीणों ने सैन्यकर्मियों के वाहनों को आग के हवाले कर दिया. (फोटो: पीटीआई)
कोहिमा: नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में बीते शनिवार को कम से कम 11 आम लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि वह इस घटना की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है.
सेना ने बताया कि इस दौरान एक सैन्यकर्मी की मौत हो गई और कई अन्य सैनिक घायल हो गए. इसने कहा कि यह घटना और उसके बाद जो हुआ, वह ‘अत्यंत खेदजनक’ है तथा लोगों की मौत होने की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है.
इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की सटीक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है, क्योंकि 11 लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई तथा गंभीर रूप से घायल हुए कई लोगों ने पड़ोसी राज्य असम के अस्पतालों में दम तोड़ दिया.
मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया और समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना ओटिंग और तिरु गांवों के बीच उस समय हुई, जब कुछ दिहाड़ी मजदूर शनिवार शाम एक पिकअप वैन के जरिये एक कोयला खदान से घर लौट रहे थे.
उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की.
अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि यह गलत पहचान किए जाने का मामला था या नहीं.
मोन म्यांमार की सीमा के पास स्थित है. म्यांमार से एनएससीएन का युंग ओंग धड़ा अपनी उग्रवादी गतिविधियां चलाता है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात काबू में हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है.
इस बीच सेना की 3 कोर के मुख्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘नगालैंड में मोन जिले के तिरु में उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर इलाके में एक विशेष अभियान चलाए जाने की योजना बनाई गई थी. यह घटना और इसके बाद जो हुआ, वह अत्यंत खेदजनक है.
बयान के अनुसार, ‘लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.’
सेना ने कहा, ‘इस अभियान में सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है.’
मुख्यमंत्री रियो ने ट्वीट किया, ‘मोन के ओटिंग में आम लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना निंदनीय है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मामले की एसआईटी (विशेष जांच दल) से उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और कानून के अनुसार न्याय किया जाएगा. मैं सभी वर्गों से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं.’
उपमुख्यमंत्री वाई. पैटन ने ट्वीट किया, ‘ओटिंग की जिस व्यथित करने वाली और त्रासदीपूर्ण घटना में आम लोगों की मौत हुई है, उसकी समग्र जांच की जाएगी तथा न्याय किया जाएगा. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं इस त्रासदीपूर्ण घटना के मद्देनजर सभी से शांति बनाए रखने का अनुरोध करता हूं.’