मुंबई। मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने के लिए 3 मई तक का अल्टीमेटम देने वाले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कटाक्ष किया है। रविवार को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में नकवी ने राज की लाउडस्पीकर हटाने की चेतावनी पर कहा कि सभी लोग अपनी-अपनी कुश्ती बाजी करने में लगे हुए हैं। देश में ध्वनि प्रदूषण को लेकर नियम और कानून बने हुए हैं। सभी लोगों को ध्वनि प्रदूषण के कानून का पालन करना चाहिए। किसी को भी कानून का उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है। मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर किसी को सियासत करने की आवश्यकता नहीं है। नकवी ने कहा कि प्रार्थना किसी को घबराने के लिए नहीं बल्कि शांति के लिए होती है।
दूसरी तरफ पुणे में मनसे अध्यक्ष राज ने कहा कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को 3 मई तक नहीं हटाया गया तो जैसे को तैसा उत्तर दिया जाएगा। यदि दिन में पांच मस्जिदों के लाउडस्पीकर पर अजान सुनाई दिया तो मनसे भी दिन में पांच बार मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेगी। मुस्लिम समाज को भी आरती सुनना पड़ेगा। इसके लिए मनसे ने तैयार शुरू कर दी है। देश भर के हिंदुओं को भी तैयार रहना चाहिए। राज ने कहा कि यदि मुस्लिमों को सुप्रीम कोर्ट का आदेश से बड़ा उनका धर्म लगता होगा तो उन्हें उसी के भाषा में जवाब दिया जाएगा। देश से बड़ा कोई धर्म नहीं हो सकता है। राज ने कहा कि मनसे का किसी धर्म के प्रार्थना का विरोध नहीं है। मगर मानवता की दृष्टि से मुस्लिम समाज को मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने के बारे में विचार करना चाहिए। मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज से केवल हिंदुओं को नहीं बल्कि मुस्लिम समाज के लोगों को भी समस्या होती है। इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की ओर से धमकी दिए जाने के सवाल पर राज ने कहा कि मनसे के कार्यकर्ताओं के हाथ बंधे नहीं है। हमें भी पत्थर उठाना आता है।