मनेन्द्रगढ़ (अब्दुल सलाम क़ादरी)
बहरासी (छत्तीसगढ़): सरगुजा वन वृत्त के बहरासी वन परिक्षेत्र में 2018 से 2023 तक किए गए वृक्षारोपण कार्यों में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला उजागर हुआ है। सरकारी फंड से लाखों पौधे लगाने का दावा किया गया था, लेकिन 70% से अधिक पौधे जीवित नहीं हैं, जिससे सरकारी धन के दुरुपयोग का बड़ा संदेह पैदा हो रहा है। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने मुख्यमंत्री से मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
कैसे हुआ घोटाला?
- कैम्पा फंड से करोड़ों रुपये खर्च कर 179901 पौधे लगाने का दावा किया गया, लेकिन 70% पौधे जीवित नहीं हैं।
- वृक्षारोपण परियोजनाओं के लिए ₹2.38 करोड़ खर्च किए गए, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्य अधूरा और असफल दिख रहा है?
- वृक्षारोपण की जगह और पौधों की संख्या का कोई स्पष्ट रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है?
- कई जगहों पर सिर्फ कागजों पर पौधारोपण दिखाया गया, जबकि वास्तविकता में वृक्षारोपण किया ही नहीं गया?
- सूचना के अधिकार (RTI) के तहत जब जानकारी मांगी गई, तो स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया?
वित्तीय अनियमितता के सबूत:
बहरासी वन परिक्षेत्र में विभिन्न वृक्षारोपण कार्यों के तहत निम्नलिखित गड़बड़ियां सामने आईं—
विशेष प्रजाति वृक्षारोपण में हेरफेर
वृक्षारोपण क्षेत्र | पौधों की संख्या | लागत (₹ में) |
---|---|---|
P-1152 | 27,500 | 19.7 लाख |
P-1141 | 27,500 | 19.7 |
P-1127 | 11,000 | 78.8 लाख |
P-1125 | 22,000 | 15.7 |
P-1109 | 9,901 | 15.7 |
P-1139 | 22,000 | 15.7 |
बांस वृक्षारोपण योजनाओं में गड़बड़ी
वृक्षारोपण क्षेत्र | पौधों की संख्या | लागत (₹ में) |
---|---|---|
P-1032 (50 HEC, 2022) | 20,000 | 19.68 लाख |
P-1031 (50 HEC, 2022) | 20,000 | 19.68 लाख |
P-1029 (50 HEC, 2022) | 20,000 | 19.68 लाख |
- वृक्षारोपण कार्यों में विभागीय लापरवाही और ठेकेदारों की मिलीभगत हुई है।
- 20-30% से अधिक पौधे जीवित नहीं हैं, जबकि सरकारी रिपोर्टों में वृक्षारोपण को सफल बताया गया।
- सोशल ऑडिट की मांग ग्राम पंचायत और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जाए।
- मजदूर अधिकारियों के घरों और बंगलों में काम करते है, जो गंभीर भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है।
जनता और संगठनों की मांग:
स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन सरकार से इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। उनकी प्रमुख मांगें हैं—
- वृक्षारोपण कार्यों का सोशल ऑडिट कराया जाए।
- दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो और राशि की रिकवरी कराई जाए। साथ ही बर्खास्त किया जाए।
- कैम्पा फंड के सही इस्तेमाल को सुनिश्चित करने के लिए निगरानी प्रणाली बनाई जाए।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी गई शिकायत
इस घोटाले की शिकायत निम्नलिखित अधिकारियों को भेजी गई है—
- प्रधानमंत्री कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली
- मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ सरकार, नया रायपुर
- कलेक्टर, जिला-मनेंद्रगढ़-भरतपुर
- मुख्य कार्यपालन अधिकारी (कैम्पा), वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, रायपुर
निष्कर्ष:
छत्तीसगढ़ में सरकारी धन का भारी दुरुपयोग हो रहा है। बहरासी रेंज में कैम्पा फंड से करोड़ों रुपये खर्च कर वृक्षारोपण किया गया, लेकिन आज न तो पौधे दिखाई दे रहे हैं और न ही उनका कोई सही रिकॉर्ड है। मुख्यमंत्री और प्रशासन को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि दोषियों पर उचित कार्रवाई हो और भविष्य में इस तरह के घोटालों पर रोक लगाई जा सके।
