नई दिल्ली, 21 अप्रैल:
हम इंसान कहां से आए? क्या हम सीधे-सीधे धरती पर प्रकट हो गए या हमारा भी कोई वंशज था? विज्ञान अब इस सवाल का साफ जवाब देने लगा है — और ये जवाब जितना रोचक है, उतना ही चौंकाने वाला भी।
वैज्ञानिकों के अनुसार, आदमी यानी आधुनिक इंसान (होमो सेपियन्स) के पूर्वज अफ्रीका में रहने वाले होमो इरेक्टस, नीएंडरथल्स और अन्य आदिम प्रजातियाँ थीं। इंसानों का यह सफर करीब 20 लाख साल पहले शुरू हुआ था।
क्या कहते हैं वैज्ञानिक?
मानव विज्ञान (Anthropology) और पुरातत्त्वविदों (Archaeologists) ने बताया है कि:
होमो इरेक्टस नाम की एक प्रजाति सबसे पहले अफ्रीका में पाई गई, जो चलने, औजार बनाने और आग का इस्तेमाल करने में सक्षम थी।
इसके बाद नीएंडरथल्स आए, जिनका दिमाग और शरीर दोनों ताक़तवर थे, लेकिन वो 40,000 साल पहले लुप्त हो गए।
होमो सेपियन्स, यानी हम आधुनिक इंसान, अफ्रीका से निकल कर एशिया, यूरोप और पूरी दुनिया में फैले।
क्या हम सब अफ्रीका से आए हैं?
जी हाँ! डीएनए रिसर्च और पुरातात्विक साक्ष्य बताते हैं कि सभी आधुनिक इंसानों की जड़ें अफ्रीका में हैं। वैज्ञानिक इसे “आउट ऑफ अफ्रीका थ्योरी” कहते हैं। मतलब हम सब, चाहे किसी भी देश या रंग के हों, एक ही वंश से निकले हैं।
क्या और भी वंशज थे?
हाल ही में खोजे गए कुछ सबूत बताते हैं कि एक और रहस्यमय प्रजाति — “डेनिसोवन” (Denisovans) — भी हमारे पूर्वजों में शामिल हो सकती है। इनके अवशेष साइबेरिया में मिले हैं।
निष्कर्ष:
इंसान का इतिहास सीधा नहीं बल्कि एक पेड़ जैसा है, जिसकी कई शाखाएं हैं — कुछ अब लुप्त हो चुकी हैं, और कुछ ने मिलकर हमें बनाया। आज हम जो हैं, वो लाखों साल की जैविक और सांस्कृतिक विकास की देन है।
