फिल्ममेकर अनुराग कश्यप को हमेशा से अपनी बेबाक राय के लिए जाना जाता है। इस वक्त वो चर्चा में हैं क्योंकि उन्होने राम मंदिर उद्घाटन को लेकर कुछ बयान दे डाला है। निर्देशक ने इसको सोची समझी प्लानिंग प्रचार बता डाला है।
जैसे ही उनका ये बयान सामने आया तो लोग हैरान हैं।
अनुराग कश्यप ने रहा है कि, राजनेता इस वक्त जनता के गुस्से को इस्तेमाल कर रहे है और इसका फायदा उठा रहे हैं। लोकतंत्र सिर्फ नाम मात्र का है और इसके नाम पर अब सिर्फ फासिज्म हो रहा है।
गौरतलब है कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश के दिग्गजों को न्यौता गया था। इस लिस्ट में स्टार्स से लेकर क्रिकेटर्स और राजनेता तक शामिल थे।
क्या बोले अनुराग
अनुराग कश्यप इस दौरान एक इवेंट का हिस्सा थे और उन्होने राम मंदिर पर खुलकर बात की। फिल्ममेकर ने कहा, ”अयोध्या में 22 जनवरी जो कुछ भी हुआ वो सिर्फ प्रचार था। मेरा इसको देखने का बस यही नजरिया है। जैसे खबरों के लिए एड चलते हैं वैसे ही 24 घंटे राम मंदिर चला था। मेरा जन्म बनारस में हुआ है और यही कारण है कि मै नास्तिक हूं। धर्म नगरी में मैने बचपन से ही धर्म का कारोबार देखा है। ये कभी राम मंदिर था ही नहीं, ये राम लला का मंदिर था। इस दोनों चीजों में अंतर है जो कि देश को नहीं बताया जाएगा।”
दमदार फिल्में बनाते हैं अनुराग
अनुराग कश्यप काफी जीवंत फिल्में बनाते हैं और कहा जाता है कि उनकी फिल्मों में रियालिटी नजर आती है और लगातार वो मेहनत कर रहे हैं। गैंग्स ऑफ वासेपुर की दोनों फिल्मों में उन्होने किरदारों को ऐसे पेश किया है कि आपको लगेगा कि ये सभी रियल किरदार हैँ। नवाजुद्दीन सिद्दीकी और पंकज त्रिपाठी जैसे कलाकार इस फिल्म के बाद स्टार बन गए थे।