मनेन्द्रगढ़/छत्तीसगढ़. रायपूर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में दिसम्बर 2023 में तेज ध्वनी में डीजे बजाने वालों पर कार्यवाही की बात छत्तीसगढ़ के समस्त जिला प्रशासन कह चूका है परन्तू आज इसका ठीक विपरीत हो रहा है। पूजा पंण्डालो पर तेज ध्वनी में डीजे बजाया जा रहा है जिससे मरीजों को बहुत अत्यधिक कष्ट का सामना करना पड़ रहा है। पूलिस विभाग को सूचित करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होती है। र्निधारित मानक से अधिक तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा है। वहीं प्रशासन कह चूका है कि डीजे की नोईस मीटर से जांच कराई जाएगी। परन्तु पूरे छत्तीसगढ़ में ईक्का दूक्का जगहों को छोड़कर कही पर भी इसका पालन नहीं किया गया है।
यदि कोई डीजे का उपयोग करता है तो उसकी सीमा उस क्षेत्र के परिवेशीय ध्वनि पैमाने से 75 डेसिबल से अधिक नहीं होनी चाहिए। किसी शादी एवं अन्य उत्सव के अवसर पर ध्वनि के लिए तय मानकों का उल्लंघन किए जाने पर कार्यवाही करने की बात कही जाती है परन्तू इसका पालन खूद पूलिस विभाग और जिला प्रशासन नहीं करता है। देखने वाली बात यह है कि जो भी कार्यवाही की बात होती है वह सिर्फ कागजों तक और आदेशो तक ही सीमित होकर रह गया है।
मनेन्द्रगढ़ के कोयलांचल क्षेत्रों में जमकर डीजे का उपयोग किया जाता है परन्तू इसे रोकने के लिए मनेन्द्रगढ़ जिला प्रशासन कोई ठोस कदम आज तक नहीं उठा पाया है। इसका कारण यह है कि कही ना कहीं सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का फोन आने पर कार्यवाही नहीं की जाती है। लेकिन हर बार आम आदमी की परेशानी को प्रशासन अनदेखी करती है। क्या सिर्फ आदेश निकाल देने से ही काम हो जाएगा, उस आदेश पर अमली जामा कब तक पहनाया जाएगा।