बिहार के बरौनी से उत्तरप्रदेश होकर नई दिल्ली जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस में बड़ी घटना हो गई। गुरुवार को 11 साल की बच्ची से छेड़छाड़ करने पर रेलकर्मी की दर्दनाक हत्या कर दी गई। बच्ची के घरवाले लखनऊ से कानपुर यानी 100 किमी तक रेलकर्मी को पीटते रहे। कानपुर सेंट्रल पर परिजन ने रेलकर्मी को GRP के हवाले किया। GRP उसे KPM हॉस्पिटल लेकर पहुंची। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने रेलकर्मी को मृत घोषित कर दिया।
जानें पूरी घटना
जानकारी के मुताबिक बिहार के समस्तीपुर निवासी ग्रुप डी कर्मचारी प्रशांत कुमार (34) सीवान से नई दिल्ली जा रहे थे। प्रशांत बरौनी से नई दिल्ली जा रही हमसफर एक्सप्रेस के AC थर्ड इकोनॉमिक कोच में सफर कर रहा था। इसी कोच में एक परिवार भी अपनी 11 साल की बच्ची के साथ यात्रा कर रहा था। ट्रेन गुरुवार तड़के लखनऊ के करीब पहुंची। तभी प्रशांत ने बच्ची को अपनी सीट पर बैठाया।
रोते हुए मां लिपट गई बच्ची
सूत्रों के मुताबिक, बच्ची की मां टॉयलेट चली गई, तभी रेलकर्मी ने बच्ची से छेड़खानी की तो बच्ची रोने लगी। मां के टॉयलेट से लौटी तो बच्ची रोते हुए मां से लिपट गई। मां ने पूछताछ की तो बच्ची ने पूरी बात बताई। इसके बाद महिला ने अपने पति और ससुर को भी घटना की जानकारी दी। पता चलते ही परिजन आक्रोशित हो उठे। ट्रेन में ही प्रशांत लात-घूसों से पीटने लगे।
90 किमी तक रेलकर्मी को पीटा
परिजनों ने लखनऊ से कानपुर तक 90 किमी तक रेलकर्मी को पीटा। गुरुवार सुबह 4:35 बजे ट्रेन कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर-7 पर पहुंची तो GRP प्रशांत को हिरासत में लेकर थाने ले गई। कुछ देर बाद प्रशांत की तबीयत बिगड़ने लगी। GRP उसे अस्पताल ले गई, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई।
महिला की शिकायत पर केस दर्ज
सूचना पर प्रशांत के चाचा आर सिंह गुरुवार सुबह कानपुर पहुंचे। पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर पोस्टमॉर्टम करवाया गया। GRP पुलिस के मुताबिक, महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया। घटनास्थल लखनऊ के ऐशबाग का था, इसलिए मुकदमे को ट्रांसफर कर दिया है।