झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को एनआईसीयू वार्ड में लगी आग से 10 नवजातों की मौत हो गई. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दुख जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई. वहीं, शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि शोक और सांत्वना के शब्द इस महाविपत्ति के समय व्यर्थ हैं.
राहुल गांधी ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दर्दनाक हादसे में कई नवजात बच्चों की मृत्यु और घायल होने की खबर से बेहद दुखी हूं. पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.”
यूपी सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हो रही इस तरह की दुखद घटनाएं सरकार और प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करती हैं. सरकार सुनिश्चित करे कि घायल बच्चों का बेहतर से बेहतर इलाज हो. साथ ही इस दुखद घटना की तुरंत जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो.”
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी शोक व्यक्त करते हुए एक्स पोस्ट में लिखा, “झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज से दहला देने वाली खबर आई है, जहां नवजात शिशुओं के सघन चिकित्सा कक्ष में आग लग जाने की वजह से दस बच्चों की मौत हो गई है. शोक और सांत्वना के शब्द इस महाविपत्ति के समय व्यर्थ हैं. हम लोग इस मुश्किल परिस्थिति में परिजनों और अभिभावकों के साथ खड़े हैं.”
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पोस्ट में लिखा, “झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से बच्चों की मौत हृदय विदारक है.”
उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा, ” इसे मौत नहीं हत्या कहे जाने की जरूरत है. यह घटना बताती है कि उत्तर प्रदेश में सरकार जैसी कोई चीज है ही नहीं. सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया है. मुख्यमंत्री को नफरती नारों से फुर्सत नहीं है, अस्पतालों की परवाह भला कौन करे?”
कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने एक्स पोस्ट में लिखा, “झांसी मेडिकल कॉलेज में लगे फायर एक्सटिंग्विशर कई सालों पहले एक्सपायर हो चुके थे.”