दिल्ली से लेकर मुंबई तक, जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक… अलग-अलग चरणों में मतदान के बाद देश का सबसे बड़ा चुनाव आखिरी दौर में जा पहुंचा है। 40 पार के तापमान के बीच 25 मई को छठे चरण का मतदान संपन्न हुआ।
तपती धूप में लोग बूथ पर पहुंचते रहे और उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद करते रहे। 18वीं लोकसभा के लिए चुनावी आखिरी दौर का चुनाव 1 जून को संपन्न हो जाएगा और उसके बाद 4 जून का सबको इंतजार रहेगा।
छठे चरण के चुनाव संपन्न होने तक भारतीय जनता पार्टी जीत की हैट्रिक लगाने को लेकर आश्वस्त है। बीजेपी सिर्फ तीसरी बार सत्ता बनाने की उम्मीद नहीं, बल्कि रिकॉर्ड जीत का भरोसा लेकर चल रही है। हालांकि बीजेपी को रोकने के लिए सामने विपक्ष का INDI गठबंधन खड़ा है, जो ना सिर्फ बेहतर प्रदर्शन की कोशिश में है, बल्कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को सत्ता से हटाने के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ रहा है। अब जब 6 चरणों में चुनाव संपन्न हो चुके हैं तो कौन-सी पार्टी कहां आकर खड़ी है, इसको जरा समझने की कोशिश करते हैं…
किस चरण में कितनी सीट और कितना मतदान हुआ?
छठे चरण के मतदान तक आंकड़ों को जरा देखा जाए तो हरेक चरण में वोटिंग 60 फीसदी से ऊपर हुई है। अभी तक 6 चरण में लोकसभा की 486 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है। आखिरी का एक चरण बाकी है, जिसमें लोकसभा की 57 सीटें हैं, जहां एक जून को मतदान होगा।
NDA का दावा क्या कहता है?
बीजेपी के दिग्गज नेता और गृह मंत्री अमित शाह दावा करते हैं कि छठे और 7वें चरण में एनडीए 400 पार हो जाएगा। अमित शाह कहते हैं कि 5 चरण में ही मोदी जी 310 सीट पार कर चुके थे। 400 पार की जिम्मेदारी 7वें चरण वालों पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि जो छठे चरण में चीजें दिखी हैं, उसमें साफ दिखता है कि अब सारे शहजादों का शटर गिरने वाला है। राहुल बाबा फिर एक बार 40 के नीचे सिमट रहे हैं।
INDI गठबंधन का आकलन क्या?
कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल समेत तमाम सहयोगी पार्टियां अपनी जीत का दावा कर रही हैं। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश कहते हैं कि गठबंधन पहले ही 272 सीटों के आंकड़े को पार कर चुका है। कुल मिलाकर 350 से अधिक सीटें जीतने की ओर बढ़ रहा है। INDIA जनबंधन एनडीए को हराने जा रहा है, 4 जून आ रहा है।
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह दावा करते हैं कि उनके गठबंधन की 300 पार सीटें आ रही हैं। आम आदमी पार्टी दिल्ली में भी सभी 7 सीटों पर जीत का दावा करती है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव कहते हैं कि गठबंधन 300 पार कर चुका है और सरकार बनाएगा। 400 पाने की बात तो छोड़िए, उनके लिए (बीजेपी) 240 पाना भी मुश्किल है।
4 जून से पहले चुनाव में BJP का खाता खुला
अभी नतीजे आने बाकी हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी का खाता पहले ही खुल चुका है। गुजरात के सूरत लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी पहले ही जीत चुकी है। यहां बीजेपी के उम्मीदवार को निर्विरोध चुना गया था। वो इसलिए कि कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन खारिज हो चुका था और बाकी कैंडिडेट मैदान छोड़कर चले गए थे। उसके अलावा भी मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस की चुनौती रही नहीं, क्योंकि उम्मीदवार ने चुनाव से पहले ही पाला बदल लिया था। मतलब ये सीट भी कांग्रेस के हाथ नहीं लगेगी।
2019 में क्या नतीजे रहे?
जरा अब छठे चरण तक की 486 सीटों पर 2019 के नतीजों को देख लिया जाए तो ट्रेंड एनडीए को बढ़त दिखाता है। 2019 में इन 486 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 278 सीटें जीतीं। मतलब छठे चरण के चुनाव के बाद ही बीजेपी को बहुमत मिल चुका था।
2019 में 5वें चरण तक किसको कितनी सीट?
NDA गठबंधन (सत्तापक्ष): 275 सीट
BJP: 238 सीट
UPA (विपक्ष): 85 सीट
कांग्रेस: 44 सीट
अन्य: 68
छठा चरण- 58 सीट (2019 के नतीजे)
बीजेपी: 40
कांग्रेस: 0
बीजद: 4
बीएसपी: 4
जदयू: 3
टीएमसी: 3
सपा: 1
एलजेपी: 1
4 जून का होगा सबको इंतजार
फिलहाल जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है, राजनीतिक दलों के साथ देशवासियों की धड़कन तेज हो रही है। जब 1 जून को आखिरी चरण का चुनाव संपन्न हो जाएगा, उसके बाद सिर्फ और सिर्फ 4 जून पर पूरा देश फोकस करेगा। 4 जून को नतीजे आएंगे और उसी के साथ तय हो जाएगा कि ‘अबकी बार किसकी सरकार’ चलेगी।