अरविंद केजरीवाल ने खुलासा करना शुरू कर दिया है। ये मामला पिछले 2 वर्षों से चल रहा था। ईडी के अफसर काफी सौहार्द पूर्ण ढंग से व्यवहार कर रहे हैं। उन्हें उनके कोई शिकायत नहीं है। किसी भी कोर्ट ने दोषी नहीं ठहराया है।
केजरीवाल ने अदालत में बोलते हुए सवाल उठाया कि मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया। 31 हजार पन्नों का डाक्यूमेंट सीबीआई ने कोर्ट के सामने रखा है।चार लोगों ने अपने बयानों में मेरा नाम लिया हुआ है। उस ग्राउंड पर मुझे अरेस्ट किया गया। ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने बीच में टोका तो केजरीवाल ने कहा कि पांच मिनट और लूंगा। मुझे बोलने दिया जाए।
मनीष सिसोदिया उनके पास शाम को साढ़े चार बजे मिलने आए। उन्होंने कहा कि एक चैरेटेबल ऑर्गनाइजेशन है जो दिल्ली में जमीन चाहता है। मैंने कहा कि मैं आपकी इस गुहार को लेफ्टिनेंट गवर्नर साहब को फॉरवर्ड कर देता हूं। इसी बीच रेड पड़ी और ईडी ने रेड का इस्तेमाल भी गलत ढंग से किया है। केजरीवाल ने कहा कि वाईएसआरसीपी के सांसद ने अपना बयान बदला। पहले वो मेरे सपोर्ट में थे। फिर उनपर दबाव डालकर बयान दिलवाया गया। फिर उनके बेटे को जेल से रिहा करा दिया गया। ईडी का मिशन सिर्फ उन्हें अरेस्ट करना था, इसलिए उल्टे सीधे बयान अपनी मर्जी से तमाम लोगों से दिलवाए गए। केजरीवाल ने कहा कि 10 फरवरी में मगुंटा अरेस्ट हुए थे। छह बार उनसे बयान लिया गया। सातवीं बार जब उन्होंने अपना बयान बदला तब उनके बेटे को छोड़ दिया गया।
केजरीवाल ने कहा कि शरद रेड्डी ने 9 स्टेटमेंट दिए हैं। लेकिन एक में भी मेरा नाम नहीं है। जिन लोगों की बात ईडी कर रही है उनमें से चार लोगों ने सिर्फ मेरा नाम लिया है, बाकियों ने नहीं।