March 10, 2025 6:55 pm

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कोरिया/मनेन्द्रगढ़ जिले में जल जीवन मिशन का घोटाला:अधिकारी मस्त लेकिन सत्ता और विपक्ष मौन?

खबर 30 दिन न्यूज़ नेटवर्क

अब्दुल सलाम कादरी

कोरिया।मनेन्द्रगढ़। जिले में जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक स्वच्छ पानी पहुंचाने का जो सपना बुना गया था, वह आज भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की गुत्थी में उलझकर ग्रामीणों के लिए कड़वी सच्चाई बन चुका है। सरकारी घोषणाओं में जब बड़े पैमाने पर नल कनेक्शन लगाने और पाइपलाइन बिछाने का आश्वासन दिया गया, तो लोगों के मन में एक नई उम्मीद की किरण जगी। लेकिन वक्त के साथ साथ यह उम्मीद धीरे-धीरे टूटी और सामने आया कि करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद वास्तविक लाभ कहीं दूर है।

वादा और कार्यान्वयन में खामियां

जल जीवन मिशन के तहत कोरिया।मनेन्द्रगढ़ जिले में कुल 51,836 घरों में नल कनेक्शन लगाने का लक्ष्य रखा गया था। परंतु, वास्तविकता में सिर्फ 36,651 घरों में ही नल कनेक्शन का कार्य पूरा हो पाया है। विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत के चलते कई जगह काम अधूरा छोड़ दिया गया। जहां एक ओर ठेकेदारों द्वारा झूठे प्रमाण पत्र और झूठे कार्य पूर्णता का दावा किया जा रहा था, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक लापरवाही और निगरानी की कमी ने इस मिशन की प्रगति को जड़ से रोक दिया।

भ्रष्टाचार की जड़ें और ग्रामीणों की पीड़ा

ग्रामीण इलाकों में इस योजना के तहत टंकी, पाइपलाइन और नल के स्टैंड तो बने, पर पानी एक भी बूंद नहीं पहुंच पाया। कई गांवों के निवासी आज भी दूषित जल स्रोतों पर निर्भर हैं, क्योंकि विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच भ्रष्टाचार ने इस मिशन को सिर्फ कागजी दस्तावेजों का खेल बना दिया है। ठेकेदारों ने बकाया भुगतान के लिए रिश्वत ली, और गलत ढंग से काम करवाकर ठेके हासिल किए, जिससे न केवल लाखों रुपये का धन बर्बाद हुआ बल्कि ग्रामीणों का जीवन भी प्रभावित हुआ।

आशा की किरण और आगे का रास्ता

इन घटनाओं ने सवाल उठाए हैं कि यदि इतनी महत्वाकांक्षी योजना में भी इस कदर भ्रष्टाचार बरता जा सकता है तो भविष्य में ग्रामीणों को किस हद तक नुकसान होगा। स्थानीय प्रशासन पर यह आरोप है कि उन्होंने कार्य की वास्तविक स्थिति का ठीक से निरीक्षण नहीं किया, जिसके कारण झूठे प्रमाण पत्र बनकर ठेकेदारों को भुगतान किया गया। गांव के लोग उम्मीद करते हैं कि जल्द ही जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और योजना का सच्चा लाभ उन्हें मिल सकेगा।

पीएचई डिपार्टमेंट को अधिकारियों ने बनाया लूट का अड्डा

कोरिया। मनेन्द्रगढ़ जिले में जल जीवन मिशन का यह घोटाला आज एक सबक बनकर रह गया है, जहां सरकारी योजनाओं की सफलता का माप केवल खर्चे नहीं, बल्कि आम जनता तक वास्तविक सेवाएं पहुंचाने में है। ग्रामीणों की पीड़ा और उम्मीदें एक साथ जुड़ी हैं।पार्ट 1, पार्ट 2 जल्द अधिकारियों के नाम काम और दाम सहित आपके सामने लाये जाएंगे।

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Author: Khabar 30 Din

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