November 22, 2024 9:52 pm

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कैंसर और हार्ट डिजीज से बचाव नहीं कर पाते विटामिन डी और ओमेगा-3 सप्लीमेंट, शोध में हुआ खुलासा

सेहतमंद रहने के लिए दुनियाभर के लाखों करोड़ लोग विटामिन डी और ओमेगा – 3 के सप्लीमेंट भी लेते हैं।

सेहतमंद रहने के लिए लोगों का सप्लीमेंट्स पर भरोसा करना कोई नई बात नहीं है। आमतौर पर लोग यही सोचकर इन सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं कि इससे वे हेल्दी रहेंगे और उनके शरीर में मौजूद सभी कमियां मात्र एक गोली से ठीक हो जाएंगी।

इसी उम्मीद से दुनियाभर के लाखों करोड़ लोग विटामिन डी और ओमेगा-3 के सप्लीमेंट भी लेते हैं। हालांकि हाल ही में हुए एक अध्ययन में इन दोनों ही पोषक तत्वों के सप्लीमेंट्स के फायदों को लेकर बड़े खुलासे किए गए हैं।

जानिए क्या कहता है शोध

हाल ही में ब्रिघम एंड वूमन हॉस्पिटल की ओर से यह शोध किया गया। इस शोध के वाइटल ट्रायल लीड डॉ. जोएन मैनसन के अनुसार यह अध्ययन विटामिन डी और ओमेगा-3 सप्लीमेंट्स के सेवन से कैंसर और ​हार्ट डिजीज को रोकने के प्रभावों को जानने के लिए किया गया। अध्ययन के अनुसार इन सप्लीमेंट्स का सेवन करने वालों में इन दोनों ही गंभीर रोगों के जोखिम में कोई कमी नजर नहीं आई। सप्लीमेंट्स लेने वालों को इन बीमारियों का उतना ही खतरा था, जितना सप्लीमेंट्स नहीं लेने वालों में था। हालांकि अध्ययन में यह जरूर माना गया है कि ये दोनों ही सप्लीमेंट भले ही कैंसर या हार्ट डिजीज को रोकने में सहायक नहीं हैं, लेकिन ये इम्यूनिटी को बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार हैं।

इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने कई पहलुओं पर जांच की। शोधकर्ताओं के अनुसार विटामिन डी के सप्लीमेंट की ज्यादा खुराक देकर भी यह आकलन किया गया कि इसका क्या असर है। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों को प्रतिदिन 2000 आईयू का विटामिन डी सप्लीमेंट दिया। लेकिन इसके बावजूद उन्हें बेहतर रिजल्ट नहीं मिला। शोधकर्ता के अनुसार इससे यह साफ है कि सप्लीमेंट की खुराक बढ़ाने के साथ ही कई अन्य बातें भी आपकी सेहत को इफेक्ट करती हैं, जैसे आपकी हेल्थ, जीन्स, डाइट।

ओमेगा-3 सप्लीमेंट को हमेशा से ही बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण इसे हृदय संबंधी रोगों को दूर रहने के लिए कारगर समझा जाता है। हालांकि धारणा के विपरीत शोधकर्ताओं को ऐसे कोई रिजल्ट नहीं मिले। ओमेगा-3 सप्लीमेंट से हार्ट डिजीज कम होने का प्रमाण इस अध्ययन में नहीं मिल पाया।

शोधकर्ताओं का कहना है कि इस अध्ययन के बाद लोगों को इन सप्लीमेंट्स को लेने के उद्देश्य और रिजल्ट दोनों के विषय में सोचना चाहिए। विटामिन डी और ओमेगा-3 सप्लीमेंट कुछ ही बीमारियों का जोखिम कम कर सकते हैं। ऐसा नहीं है कि यह सबके लिए असरदार हैं। इन सप्लीमेंट्स का आप पर कितना असर होगा ये आपकी सेहत पर निर्भर है। इसके साथ नियमित वर्कआउट, बैलेंस डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की जरूरत है।

Khabar 30 Din
Author: Khabar 30 Din

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