कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की, 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक उधार लेने के उसके प्रस्ताव को लेकर शनिवार को आलोचना की और सवाल किया कि सरकार राहत देने के बजाय ‘लोगों को कर्ज के बोझ तले क्यों दबा रही है’ जबकि उन पर पहले से ही ‘बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक संकट का बोझ’ बढ़ता जा रहा है।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”वित्त मंत्रालय का कहना है कि भारत सरकार मौजूदा वित्त वर्ष में 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लेने जा रही है। क्यों?” हिंदी में किए गए पोस्ट में उन्होंने कहा, ”आजादी के बाद से वर्ष 2014 तक, 67 सालों में देश पर कुल कर्ज 55 लाख करोड़ था। पिछले 10 वर्ष में अकेले मोदी जी ने इसे बढ़ाकर 205 लाख करोड़ पहुंचा दिया। इनकी सरकार ने लगभग 150 लाख करोड़ कर्ज लिया बीते 10 साल में। प्रियंका ने पोस्ट में लिखा, ”अब सरकार नया कर्ज लेने की तैयारी कर रही है तो सवाल उठता है कि पिछले 10 साल से आम जनता को राहत के बजाय कर्ज में क्यों डुबो रही है?’