मंगलवार को ईद का चांद नज़र नहीं आया, इसलिए ईद-उल-फित्र का त्यौहार गुरुवार को देशभर में मनाया जाएगा और बुधवार को 30वां और आखिरी रोज़ा होगा।मुकर्रम ने बताया कि ईद का चांद नज़र नहीं आया है, इसलिए ईद का त्यौहार 11 अप्रैल को मनाया जाएगा।
हालांकि, केरल, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बुधवार को ही ईद मनाई जाएगी। सैयद सादिक अली शिहाब थंगल और जिफरी मुथुक्कोया थंगल सहित केरल के अन्य मौलवियों ने कहा कि शव्वाल का चांद देखा गया है, इसलिए राज्य में बुधवार को ही ईद मनाई जाएगी। श्रीनगर में मुफ्ती नासिर-उल-इस्लाम ने भी कहा कि चांद दिख गया है, इसलिए बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर में ईद मनाई जाएगी।
मुफ्ती मुकर्रम ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान समेत किसी भी राज्य से चांद दिखने की खबर नहीं मिली है।’’मुकर्रम ने कहा कि बुधवार को 30वां रोज़ा होगा और शव्वाल (इस्लामी केलेंडर के 10वें महीने) की पहली तारीख बृहस्पतिवार को होगी। शव्वाल के महीने के पहले दिन ईद होती है।
वहीं, जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि देश के किसी हिस्से से शव्वाल यानी ईद-उल-फित्र का चांद दिखने की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हिंदुस्तान के अलग-अलग हिस्सों- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल व बिहार में संपर्क किया गया लेकिन कहीं भी चांद नहीं दिखा है।’’ बुखारी ने कहा, ‘‘ईद 11 अप्रैल को मनाई जाएगी।’’
उधर, मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद से जुड़े इमारत ए शरीया हिंद ने भी ऐलान किया है कि मंगलवार को देश के किसी हिस्से में मीठी ईद का चांद नज़र नहीं आया। संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘यह पुष्टि की जाती है कि देश के किसी भी हिस्से से चांद दिखने की कोई खबर नहीं है, लिहाज़ा ईद-उल-फित्र 11 अप्रैल को होगी।’’
अभी इस्लामी केलेंडर का नौवां महीना ‘रमज़ान’ चल रहा है जिसमें समुदाय के लोग रोज़ा (व्रत) रखते हैं। रमज़ान के महीने में रोज़ेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है।