November 21, 2024 1:09 pm

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‘बगल वाली जान मारे ली..’ गोरखपुर में लड़कियों को देख चिल्लाते हैं बाल अपचारी

गोरखपुर के गुलरिहा इलाके के शिवपुर सहबाजगंज स्थित बाल शिशु गृह में बाल सुधार गृह शिफ्ट होने का विरोध शुरू हो गया है। मोहल्लेवालों का कहना है कि बाल अपचारी लड़कियों को देखकर भोजपुरी के कुछ फूहड़ गाने चिल्ला-चिल्लाकर गाते हैं।

कभी पीअर फ्राक वाली.. तो कभी बगल वाली जान मारे ली..।

अश्लील कमेंट भी करते हैं। इस वजह से घर की छत पर जाने से भी डर लगता है। बाल सुधार गृह को हटाने के लिए रविवार को मुख्य गेट पर मोहल्लेवासियों ने प्रदर्शन भी किया था। उनका कहना है कि बाल सुधार गृह को कहीं और शिफ्ट कराने के लिए अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।

घनी आबादी के बीच शिवपुर सहबाजगंज में बाल सुधार गृह की बिल्डिंग है। मोहल्ले के पीएन गुप्ता, नगीना, बेचन, समुंदर, कृष्ण, धीरेंद्र श्रीवास्तव, शोभा देवी, बबीता देवी, राजकुमारी, राधिका देवी, संगीता देवी और रेनू देवी ने बताया कि बाल अपचारी लोगों को देखकर गाली देते हैं। लड़कियों को देखकर अश्लील इशारे करते हैं। उनकी दहशत से लोग छतों पर नहीं जा रहे हैं।

किराए पर है दो मंजिला बिल्डिंग
गुलरिहा इलाके के शिवपुर सहबाजगंज स्थित पूर्वांचल ग्रामीण सेवा समिति (कैथोलिक संस्था) की ओर से बाल शिशु गृह संचालित होती थी। कुछ माह पहले उसे बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा कि बीते मंगलवार को प्रशासन ने बाल शिशु गृह को किराए पर लेकर सूर्यकुंड से बाल अपचारियों को लाकर रखा है। संस्था से यह बिल्डिंग बाल सुधार गृह के लिए 75 हजार रुपये प्रतिमाह किराए पर लिया गया है।

नाराज लोग बोले
चार दिन से महिलाएं और बच्चे छत पर नहीं जा रहे हैं। अपचारी अश्लील इशारे करने के साथ बच्चों को गाली दे रहे हैं। ठंड के दिन में सभी लोग छत पर ही धूप सेंकने जाते हैं। बाल सुधार गृह बगल में आने से परेशानी बढ़ गई है। -अवधेश गुप्ता, शिवपुर सहबाजगंज

जब से यहां पर बच्चों का जेल आया है, तभी से छत पर नहीं जा रहे हैं। अंदर से कुछ लोग गालियां दे रहे हैं। रात के समय में शोर करते हैं। आपस में मारपीट भी करते हैं। प्रशासन को बाल सुधार गृह को हटाकर शहर से बाहर करना चाहिए। -रेनू देवी, शिवपुर सहबाजगंज

हम लोग बगल में किराए पर रहते हैं। चार दिनों से अपचारी से मिलने आने वाले लोग सड़क पर गंदगी कर दे रहे हैं। रात के समय में अपचारी शोर करते हैं। चिल्लाकर गाना गाते हैं। कभी गाते हैं-पियर फराक वाली…तो कभी बगल वाली जान मारे ली..। ऐसी अभद्रता और शोरगुल से चैन से लोग सो भी नहीं पा रहे हैं। -अंजली, शिवपुर सहबाजगंज

बाल सुधार गृह से सटे मकान है। इससे हम लोग काफी परेशान हैं। बेटी-बहू छत पर कपड़े सुखाने तक नहीं जा पा रही हैं। बिजली गुल होने पर अपचारी मचाते हैं। पूरा मोहल्ला इनकी हरकतों से परेशान है। -नंदलाली, शिवपुर सहबाजगंज

यहां किराए पर रहकर तैयारी करते हैं। बाल अपचारियों के शोर से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। अपचारी काफी तेज आवाज में शोर करते हैं। गाना गाते हैं और आपस में मारपीट कर चिल्लाते हैं। -सुनील यादव, शिवपुर सहबाजगंज

सौजन्य -स्थानीय न्यूज़

Khabar 30 Din
Author: Khabar 30 Din

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