कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम ने शिवसेना का दामन थाम लिया है. वह एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हुए. इस दौरान सीएम शिंदे ने कहा कि मैं संजय निरुपम का शिवसेना में स्वागत करता हूं.
उनके साथ कई कांग्रेस कार्यकर्ता भी शिवसेना से जुड़े हैं. शिंदे ने कहा कि बालासाहेब ने संजय निरुपम को दो बार राज्यसभा भेजा था. वे चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन जब मैंने उनसे पार्टी के लिए काम करने को कहा तो उन्हें बदले में कुछ नहीं मिला, फिर भी वे पार्टी में शामिल हो गए. इसलिए मैं उनका स्वागत करता हूं.
बता दें कि अविभाजित शिवसेना छोड़ने के 19 साल बाद उन्होंने यह फैसला लिया है. शिवसेना से ही उन्होंने अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी. पिछले महीने कांग्रेस से “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के कारण निकाले जाने के बाद संजय निरुपम सीएम शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हुए. निरुपम इससे पहले अविभाजित शिवसेना के हिंदी मुखपत्र ‘दोपहर का सामना’ के संपादक रह चुके हैं. सीएम शिंदे ने संजय निरुपम से कहा कि मैं आपका भरोसा टूटने नहीं दूंगा.
साल 2005 में संजय निरुपम, कांग्रेस में शामिल हुए और उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया. उन्होंने 2009 के चुनावों में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट जीती, जिसमें बीजेपी के दिग्गज नेता राम नाइक को मामूली अंतर से हराया. उन्होंने पिछले 19 सालों के दौरान कांग्रेस में कई पदों पर काम किया.
कांग्रेस ने पिछले महीने निरुपम को ‘अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों’ के आरोप में 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था. एजेंसी के मुताबिक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में शिवसेना के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता के बाद कहा था कि संजय निरुपम जल्द ही शिवसेना में शामिल होंगे. शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंबई में दो रैलियां करने की संभावना है, जहां 20 मई को मतदान होना है.