शिवपुरी जिले के सुरवाया थाना अंतर्गत पाल समाज के एक युवक रविंद्र पाल की हाईवे पर सड़क दुर्घटना मौत के बाद पाेस्टमार्टम कराने के दौरान मृतक के परिजनों को पुलिस कर्मियों द्वारा पीटा गया।
युवक की परिजनों की मारपीट करने का यह मामला तूल पकड़ा गया।
24 घंटे चला चक्काजाम-
24 घंटे तक पाल समाज के लोगों ने शिवपुरी के पोहरी चौराहे पर धरना दिया। मामला बढ़ता देख शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम सहित अन्य जनप्रतिनिधि धरने दे रहे पाल समाज के लोगों को समझाने गए लेकिन कोई नहीं माना। 24 घंटे तक यह धरना चलता रहा। गुरुवार की शाम लगभग 5 बजे जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने चक्काजाम स्थल पर पहुंचकर घोषणा करते हुए बताया कि उक्त मामले में कोतवाली टीआई रोहित दुबे को लाइन अटैच और चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी।
पुलिस पर लगे आरोप-
पाल समाज के लोगों का आरोप था की सुरवाया थाने के हाईवे पर रखे गए पुलिस बैरिकेड से टकराकर बाइक सवार युवक रविंद्र पाल की मौत हुई और जबकि उसके दो अन्य साथी घायल हुए। इसके बाद जब मृतक का पीएम जिला अस्पताल में किए जाने के लिए शव लाया गया तो यहां पर अस्पताल में मृतक के परिजनों के साथ कोतवाली थाने के पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। पुलिस की इस बर्बरता को लेकर पाल समाज में आक्रोश भर गया और बुधवार की शाम 4 बजे से प्रारंभ धरना गुरुवार तक यानि पूरे 24 घंटे तक चला।
एफआईआर की मांग की गई-
पाल समाज के लोगों का कहना था कि इस मामले में मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर एफआईआर की जाए। लेकिन बाद में भाजपा नेता और वरिष्ठ अधिकारियों ने समझाइश से बीच का रास्ता निकाला और मजिस्ट्रियल जांच का आश्वासन दिया साथ ही टीआई कोतवाली को लाइन अटैच किया गया। आखिर में गुरुवार को देर शाम या चक्का जाम समाप्त हुआ। इस चक्काजाम के दौरान पाल समाज के लोगों को समझाने के लिए कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़, विधायक देवेंद्र जैन, भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाईश दी। इसके बाद यह धरना समाप्त हुआ।
टीआई को हटाया गया-
शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि कोतवाली के टीआई को लाइन अटैच किया गया है। चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पूरी घटना की मजिस्ट्रियल जांच की आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा मृतक और घायलों को नियम अनुसार आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।