मनेंद्रगढ़, छत्तीसगढ़:अब्दुल सलाम क़ादरी
कैम्पा (क्षेत्रीय वनीकरण एवं वन्य जीव प्रबंधन प्राधिकरण) फंड के दुरुपयोग से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। आरोप है कि मनेंद्रगढ़ वनमंडल के अंतर्गत हल्दीवाड़ी नाले पर पुराने स्टॉप डेम पर मामूली रंग-रोगन और ऊंचाई बढ़ाकर लाखों रुपये की सरकारी राशि निकाल ली गई।
### घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2016 में जब नायक वनमंडलाधिकारी (DFO) के पद पर तैनात थे, तब हल्दीवाड़ी नाले में लाखों रुपये की लागत से स्टॉप डेम का निर्माण कराया गया था। इसके बाद 2022 में लोकनाथ पटेल के वनमंडलाधिकारी बनने पर उसी स्टॉप डेम की ऊंचाई लगभग दो फीट बढ़ाकर उस पर रंग-रोगन किया गया और इसे नए निर्माण के रूप में दर्शाते हुए भारी राशि की निकासी की गई।
### जांच की मांग
इस प्रकरण में तत्कालीन वनमंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल, उपवनमंडलाधिकारी और रेंजर रामसागर कुर्रे व हीरालाल सेन की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस नाले में वर्तमान में एक बूंद पानी नहीं है, जिससे साफ पता चलता है कि कार्य सिर्फ कागजों पर ही किया गया।
### फर्जीवाड़े के पुख्ता सबूत
– पुरानी संरचना पर मामूली सुधार के फोटोग्राफ सबूत के तौर पर सामने आए हैं।
– कैम्पा फंड के तहत स्वीकृत राशि के दुरुपयोग का मामला प्राथमिक दृष्टि में स्पष्ट है।
– स्थानीय लोगों ने इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
### प्रशासनिक प्रतिक्रिया
इस गंभीर मामले पर अभी तक वन विभाग के उच्च अधिकारियों की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि मामले की जांच की मांग के बाद उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पर कार्रवाई हो सकती है।
##कैम्पा फंड में अनियमितताओं के पुराने मामले
छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में भी कैम्पा फंड के दुरुपयोग के मामले सामने आते रहे हैं। इस प्रकार की घटनाएं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्यों को ठेस पहुंचाती हैं और सरकारी धन के दुरुपयोग की प्रवृत्ति को उजागर करती हैं।
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस फर्जीवाड़े पर क्या कदम उठाता है और दोषियों को कब तक न्याय के कटघरे में लाया जाता है।
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