November 21, 2024 3:30 pm

लेटेस्ट न्यूज़
शिक्षा

आखिर क्यों इस महल में रात गुजारने वालो की सुबह नही लगती कोई खबर

विविधता में एकता का देश भारत दुनिया भर में अपनी विविधता के लिए जाना जाता है। यहां के हर राज्य की अपनी-अपनी खासियत है, जिसे

भानगढ़ किला-जहाँ रात होते ही लगता है भूतों का मेला, 200 साल पुराने इस किले का क्या है राज ..

भानगढ़ किला! मैं आपको इसके बारे में एक कहानी सुनाता हूँ – एक परी-कथा जिसमें एक मोड़ है। यह एक खूबसूरत राजकुमारी की कहानी है.

विदेशों से एमबीबीएस की डिग्री के लोकलुभावने विज्ञापनो से सावधान एवं सतर्क रहें, पूरी जांच के बाद ही कोई कदम आगे बढ़ाएं, सरकार से इन विज्ञापनों की जांच की मांग।

बीबीसी लाईव।खबर 30 दिन विदेशों में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए, अभिभावकों को लुभाने का प्रयास एजेंटों द्वारा शुरू, भारत सरकार खामोश क्यों? हम आपको

लोकसभा चुनाव : तीसरे चरण में 93 सीटों पर मतदान, कई केंद्रीय मंत्रियों की ‘अग्निपरीक्षा’

लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को तीसरे चरण में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 93 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस चरण में

क्या सचमुच लीक हुआ NEET-UG का पेपर? कांग्रेस के दावों पर NTA ने दिया जवाब

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के द्वारा रविवार को NEET-UG का एग्जाम करवाया गया था। परीक्षा खत्म होने के बाद पेपर लीक होने की खबरें सामने

उत्‍तर प्रदेश मदरसा एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर अंतरिम रोक लगा दी है

उत्‍तर प्रदेश मदरसा एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर अंतरिम रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “हाईकोर्ट ने

तेजी से बेकार कानून बनता जा रहा है आरटीआई एक्ट…राज्यों की दुर्दशा देख भड़का सुप्रीम कोर्ट

अब्दुल सलाम क़ादरी आरटीआई का निपटारा करने में बंगाल फिसड्डी,  झारखंड, छत्तीसगढ़ व ओडिशा का हाल बेहाल.. वर्तमान मासिक निस्तारण दर के आधार पर पश्चिम

कटघोरा वनमंडल हुए घोटालों की जांच आखिर कब तक? भाजपा सरकार जवाब दे…..

खबर 30 दिन-न्यूज़ नेटवर्क अब्दुल सलाम क़ादरी-प्रधान संपादक कांग्रेस सरकार में मुदद्दा बनाने वाले भाजपाई अपनी सरकार में क्यों खामोश..? डीएमएफ सहित विभागीय मद में

सांची का स्तूप ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी का एक भव्य बौद्ध स्मारक की एक झलक

सांची का स्तूप ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी का एक भव्य बौद्ध स्मारक है। इसके संरक्षण में भोपाल की बेगमों, खासकर शाहजहाँ बेगम और सुल्तान जहान

Advertisement