कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 8 अगस्त को हुए ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन 35वें दिन भी जारी है। डॉक्टरों और बंगाल सरकार के बीच प्रदर्शन खत्म करने पर सहमति नहीं बन पा रही है।
अब डॉक्टरों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मामले में दखल देने की मांग है। उन्होंने गुरुवार (12 सितंबर) की रात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर भेजा। उन्होंने लिखा- आपका दखल हमें चारों ओर से घिरे अंधेरे से बाहर निकलने का रास्ता दिखाएगा।
देश के प्रमुख होने के नाते आपके सामने हम अपने मुद्दों को रख रहे हैं, ताकि हमारी बदकिस्मत साथी जो सबसे घृणित अपराध का शिकार हुई, उसे न्याय मिल सके और पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग के तहत हम स्वास्थ्य पेशेवर डर और आशंका के बिना जनता के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने में सक्षम हो सकें। इस मुश्किल समय में आपका हस्तक्षेप हम सभी के लिए प्रकाश की किरण के रूप में काम करेगा, जो हमें चारों ओर से घिरे अंधेरे से बाहर निकलने का रास्ता दिखाएगा।
-प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर्स, कोलकाता
इस बीच, CBI ने रेप-मर्डर के आरोपी संजय रॉय के नार्को टेस्ट के लिए कोलकाता की कोर्ट में पिटीशन दायर की है।
CM ममता ने कहा- मैं इस्तीफा देने को तैयार
ममता सरकार और डॉक्टरों के बीच 12 सितंबर को तीसरी बार चर्चा नहीं हो सकी। CM ममता ने सचिवालय नबन्ना में दो घंटे इंतजार किया, लेकिन डॉक्टर मीटिंग के लाइव टेलीकास्ट की मांग पर अड़े रहे।
इसके बाद ममता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- मैं इस देश और दुनिया के लोगों से माफी मांगती हूं, जो उनका (डॉक्टरों) समर्थन कर रहे हैं, कृपया अपना समर्थन दें। मुझे समस्या नहीं है। अगर लोग चाहते हैं तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं।
हालांकि, जूनियर डॉक्टर्स ने कहा कि उन्हें सरकार के साथ बातचीत न हो पाने का दुख है। उन्हें ममता बनर्जी का इस्तीफा नहीं चाहिए। वे अब भी बातचीत के लिए तैयार हैं। हालांकि, वे बातचीत के लिए अपनी 4 शर्तों पर अड़े हुए हैं।
CBI ने आरोपी संजय के नार्को टेस्ट की इजाजत मांगी इधर, CBI ने शुक्रवार (13 सितंबर) को रेप-मर्डर के आरोपी संजय रॉय को कोलकाता के सियालदह कोर्ट में पेश किया। उसे नार्को टेस्ट से जुड़ी सुनवाई के लिए प्रेसिडेंसी सुधार गृह से कोर्ट लाया गया था। CBI ने संजय का नार्को टेस्ट कराने के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी है।
एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि नार्को टेस्ट से हमें संजय के बयान को सत्यापित करने में मदद मिलेगी। नार्को टेस्ट के दौरान व्यक्ति के शरीर में सोडियम पेंटोथल दवा इंजेक्ट की जाती है, जो उसके सोचने की शक्ति खत्म कर देती है। इस दौरान उससे पूछताछ होती है। ज्यादातर मामलों में आरोपी सच्ची जानकारी देता है।
CBI ने मुख्य आरोपी संजय के दांतों के निशान लिए CBI ने गुरुवार (12 सितंबर) को मुख्य आरोपी संजय रॉय के दांतों के निशान लिए। रॉय के दांतों के निशान रेप-मर्डर केस में सबूत के तौर पर बेहद अहम हैं। सूत्रों के मुताबिक, ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी पर काटने के निशान थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी इसका जिक्र था। CBI संजय के दांतों के निशान से उन निशानों को टैली करना चाहती है।