November 21, 2024 9:50 pm

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राहुल गांधी का बीजेपी पर वार, ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे का बताया मतलब

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारे पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेस कर बड़ा हमला बोला है।

उन्होंने धारावी के पुनर्विकास के मामले में पीएम मोदी और महाराष्ट्र सरकार को जमकर घेरा है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर वार किया और उसके ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे का मतलब समझाया। इस दौरान राहुल ने तिजोरी (बॉक्स) से ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का पोस्टर निकाला। इसके अलावा राहुल (Rahul Gandhi) ने उस बॉक्स से गौतम अडाणी और पीएम मोदी की भी फोटो निकाली और उसे एकसाथ दिखाई। कांग्रेस नेता ने धारावी की भी तस्वीर दिखाई। इस दौरान राहुल (Rahul Gandhi) ने पूछा सेफ है तो कौन सेफ है, किसका सेफ है? धारावी का भविष्य सेफ नहीं है। एक के लिए धारावी को खत्म किया जा रहा है। धारावी की जमीन छीनी जा रही है।

दरअसल, अदाणी समूह ने नवंबर 2022 में धारावी के पुनर्विकास के लिए बोली जीती थी, यह परियोजना लगभग दो दशकों से पाइपलाइन में अटकी हुई है। मुंबई में जमीन की कमी और अधिक महंगा रियल एस्टेट बाजार होने की वजह से अभी तक इस परियोजना के लिए जमीन नहीं मिली थी। इस परियोजना पर लगभग 20,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने का अनुमान बताया जा रहा है। यह वैश्विक निविदा के माध्यम से भारत में किसी सरकारी एजेंसी द्वारा शुरू की गई सबसे बड़ी पुनर्विकास परियोजनाओं में से एक है। जानकारी के अनुसार 240 हेक्टयर के विशाल क्षेत्र में फैली धारावी में लगभग 8 से 10 लाख निवासी हैं और 13,000 से अधिक छोटे व्यवसाय यहां पर चलते हैं।

जब से धारावी पुनर्विकास परियोजना की शुरुआत हुई है, तभी से यहां रहने वाले लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है। यह के लोगों का कहना है कि पुनर्विकास परियोजना के नाम पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है। इसके अलावा वे हमें कहां शिफ्ट करेंगे यह भी बड़ी परेशानी है। इससे हमारे कामकाज पर काफी बुरा असर होगा। इससे हमारे छोटे-मोटे कारोबार को काफी नुकसान पहुंचेगा।

धारावी मूल रूप से मछुवारों की बस्ती थी, जहां बाद में कुम्भार, चमडे का काम करने वाले, कढाई बुनाई करने वाले आकर रहने लगे और धीरे धीरे यह बस्ती बढ़ती चली गई। धारावी मुंबई के बीच स्थित एक घनी आबादी वाला शहरी इलाका है। कहा जाता है कि धारावी की आबादी ग्रीनलैंड और फिजी से अधिक है और इसमें 30 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम, 6 प्रतिशह ईसाई और 63 प्रतिशत हिंदू रहते है। यहां रीसाइकलिंग, चमड़े के उत्पाद और मिट्टी के बर्तन तथा कपड़े की कई लघु इकाइयां हैं।

रियल एस्टेट के जानकार मीहिर शाह बताते हैं कि धारावी पुनर्विकास परियोजना बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। उसको पूरा करना अपने आप में एक चुनौती साबित होगी। सरकार की ओर से जमीन का आवंटन इसमें सहायक होगा, बावजूद इसके इसको पूरा होने में काफी समय लगेगा।

Khabar 30 Din
Author: Khabar 30 Din

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