समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, जनता भाजपा को चुनना नहीं चाहती है, इसीलिए भाजपा भ्रष्ट शासन-प्रशासन-प्रचार तंत्र का दुरुपयोग करके सरकार में बने रहना चाहती है।
साथ ही कहा, भाजपाई फंसानेवाले लोग हैं, बचानेवाले नहीं। भाजपा किसीकी सगी नहीं है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, इंडिया गठबंधन-समाजवादी पार्टी की सजगता व सक्रियता से जिस तरह हमारे मतदाताओं, समर्थकों, कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, नेताओं, उम्मीदवारों, समस्त पीडीए समाज व कुछ ईमानदार मीडियाकर्मियों ने भाजपा सरकार की चुनावी धांधली का डटकर सामना किया है, उसकी प्रशंसा हर ओर हो रही है। ये सक्रियता आगे भी जारी रहेगी और अपनी सरकार बनाएगी।
सच तो ये है कि जिस प्रकार भाजपा और उनके संगी-साथियों के चुनावी घपलों से लेकर राजनीतिक हथकंडों तक का लगातार पर्दाफ़ाश हो रहा है, उससे भाजपा का समर्थन करनेवालों की संख्या दिन-पर-दिन गिरती जा रही है। जनता भाजपा को चुनना नहीं चाहती है, इसीलिए भाजपा भ्रष्ट शासन-प्रशासन-प्रचार तंत्र का दुरुपयोग करके सरकार में बने रहना चाहती है।
उन्होंने (Akhilesh Yadav)आगे लिखा, उम्मीद है धीरे-धीरे सबको ये समझ आ जाएगा कि चाहे नेता हों या अधिकारी, भाजपा सबको पहले लालच या अन्य किसी दबाव या भावनात्मक रूप से झांसा देकर गलत काम करवाती है फिर जब वो पकड़े जाते हैं, उनका निलंबन होता है, उनपर मुक़दमा होता है, उनकी नौकरी जाती है या उनको जेल होती है या फिर समाज-परिवार अथवा विभाग में बदनामी होती है तो भाजपा उनसे पल्ला झाड़ लेती है। भाजपाई फँसानेवाले लोग हैं, बचानेवाले नहीं। भाजपा किसीकी सगी नहीं है।
इसीलिए इंडिया गठबंधन-सपा के सभी जागरूक उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, नेताओं, समर्थकों व समझदार आम जनता से ये अपील है कि वे डटे रहें, अपने वोट की दिन-रात रक्षा करें व कल मतगणना के लिए पूरी तरह सावधान रहें और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही लौटें। हम नैतिक रूप से जीत चुके हैं, बस प्रमाणपत्र मिलना बाक़ी है।
ईमानदार मीडियाकर्मियों से भी ये अतिरिक्त अपील है कि वो भी अपने कैमरे और क़लम लेकर मुस्तैदी से डटे रहें और बड़े-बड़े मीडिया चैनलों और उनके पत्रकारों को बताएं कि कोई बड़ा दिखावटी चमक-दमक से नहीं बल्कि अपने ईमानदार काम से होता है। आपकी सत्यनिष्ठा और सकारात्मक सक्रियता ही आपकी सार्थकता है। आपका एक सच सौ झूठों पर भारी साबित होगा। धन्यवाद!