June 16, 2025 2:07 am

अमरनाथ यात्रा को लेकर अलर्ट मोड पर सरकार, अर्धसैनिक बलों की कंपनियां होंगी तैनात

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद अब अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। आगामी 3 जुलाई से शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा के दौरान गृह मंत्रालय ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 581 अर्धसैनिक बल कंपनियों की जम्मू-कश्मीर में तैनाती को मंजूरी दे दी है। इन कंपनियों को 9 अगस्त तक यात्रा समाप्ति तक ड्यूटी पर रखा जाएगा। इसके बाद इन्हें हटाया जाएगा। ये बल अमरनाथ यात्रा के दो प्रमुख मार्गों पहलगाम और बालटाल पर विशेष निगरानी रखेंगे और आसपास के क्षेत्रों को भी कवर करेंगे।

यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए सिरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी है। पहलगाम में हुए हमले के बाद यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। सरकारी अधिकारियों के अनुसार, संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी, सीसीटीवी कैमरे, सड़क सुरक्षा चेक- पॅाइंट्स और बंकरों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।

पहलगाम हमले के बाद हो रही अमरनाथ यात्रा को सफल बनाने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. इसी के चलते गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों की 581 कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया है, यह बल 9 अगस्त तक तैनात रहेंगे. जो मंदिर से लेकर भक्तों तक की सुरक्षा में तैनात रहेंगे और हर हलचल पर निगाह रखेंगे.

MHA ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन और पुलिस को क्षेत्र में पहले से तैनात 156 सीएपीएफ कंपनियों का इस्तेमाल करने के लिए इजाजत दे दी है. इनमें 91 सीआरपीएफ, 30 एसएसबी, 15 सीआईएसएफ, 13 बीएसएफ और 7 आईटीबीपी इकाइयां शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक में लगभग 75 से 80 जवान शामिल हैं.

गृह मंत्रालय 10 जून तक अतिरिक्त 425 कंपनियां भेजेगा, जिसमें 130 बीएसएफ, 128 सीआरपीएफ (5 महिला इकाइयों सहित), 67 एसएसबी, 55 आईटीबीपी और 45 सीआईएसएफ कंपनियां शामिल होंगी. बल 9 अगस्त को यात्रा के समापन तक ड्यूटी पर रहेंगे, जिसके बाद उन्हें सेवा से हटा दिया जाएगा. तैनात बलों को मंदिर की सुरक्षा करने, तीर्थयात्रियों के काफिले को मैनेज करने, संवेदनशील हिस्सों पर हावी होने और बालटाल और पहलगाम दोनों रूट पर निरंतर उपस्थिति बनाए रखने का काम सौंपा जाएगा.

“हम चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार”
अमरनाथ यात्रा के चलते जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी हाल ही में एक बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा, इस साल की अमरनाथ यात्रा, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हमारे लिए खास चुनौतियां पेश करेगी, लेकिन हम उन चुनौतियों से लड़ने लिए तैयार हैं. साथ ही सीएम ने भरोसा जताया कि सुरक्षा और व्यवस्था के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे ताकि यह तीर्थयात्रा सुचारू रूप से संपन्न हो. धार्मिक यात्रा को लेकर सीएम उमर अब्दुल्ला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य सुविधाओं और बाकी जरूरी सेवाओं पर खास ध्यान दिया जाए. जिससे कहीं भी किसी तरह की चूक की गुंजाइश न रह जाए.

पहलगाम अटैक के बाद सरकार अलर्ट
जम्मू-कश्मीर में होने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर इस बार सरकार से लेकर सेना तक अलर्ट मोड में है. दरअसल, हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला हुआ था. 22 अप्रैल को हुए इस अटैक में आतंकवादियों ने निहत्थे टूरिस्ट को निशाना बनाया था और बेरहमी से उनको जान से मार दिया था. पहलगाम में हुए इस हमले के बाद पूरे देश का खून खौल गया था, इसी के बाद भारत ने पाकिस्तान की तरफ से किए जा रहे आतंकवाद पर रोक लगाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया.

Khabar 30 Din
Author: Khabar 30 Din

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