हाइलाइट्स
आय के इकलौते स्रोत पर निर्भर न रहें .
जोखिम में पैसे को फंसाकर न रखें .
वेतन का छह गुना आपात फंड बनाएं.
नई दिल्ली. कोविड-19 महामारी के बाद यह बात सभी को समझ में आ गई है कि गाढ़े वक्त के लिए पैसे बचाकर रखना जरूरी है. मुसीबत कभी बताकर नहीं आती. लिहाजा आपको हमेशा इन चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए. अगर 4 चीजों पर ध्यान दिया जाए और सिर्फ इन चीजों को ही मजबूत बना लिया जाए तो शायद ही किसी आपात स्थिति में आपको वित्तीय रूप से घबराने की जरूरत होगी.
निवेश सलाहकार जगदीश ठक्कर बताते हैं कि हर आदमी को आपात स्थिति के लिए पैसे बचाकर रखने चाहिए. खासकर प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वालों को, क्योंकि मौजूदा समय जॉब पर संकट बन कर आया है. पता नहीं कब किसकी छंटनी हो जाए तो हर किसी को मुश्किल समय के लिए तैयारी रखनी चाहिए. उन्होंने बताया कि कैसे भविष्य की चुनौतियों के लिए आप खुद को तैयार कर सकते हैं.
आय के इकलौते स्रोत पर निर्भर न रहें
अगर आप निजी क्षेत्र में नौकरी करते हैं, जहां जोखिम ज्यादा है तो आय के कई स्रोत बनाना बेहद जरूरी है. इसके लिए खर्चे कम और ज्यादा निवेश की आदत बनाएं. अपने पोर्टफोलियो में राशि जमा करें, जो आय के प्राथमिक स्रोत पर निर्भरता कम करे. सिर्फ सैलरी के बजाए कुछ ऐसा पैसिव इनकम का रास्ता खोजें जो आपको हर समय कुछ न कुछ रिटर्न देता रहे.
जोखिम में पैसे को फंसाकर न रखें
हर कोई विशेष लक्ष्य के लिए निवेश करता है और ज्यादा रिटर्न के लिए जोखिम भी उठाता है. अगर ऐसे विकल्पों में पैसे लगाए हैं और आपकी जरूरत पहले ही पूरी हो गई, तो अपने निवेश को सुरक्षित विकल्पों में ट्रांसफर कर लेना चाहिए. शेयर बाजार तेजी से रिटर्न तो देता है लेकिन यह कई तरह के कारकों से प्रभावित रहता है, जहां नुकसान की आशंका भी होती है. इससे बेहतर है कि म्यूचुअल फंड या सिप में पैसे लगा दें.
वेतन का छह गुना आपात फंड जरूरी
किसी विषम परिस्थिति में आवश्यक खर्चे पूरे करने के लिए आपके पास आपात फंड होना बेहद जरूरी है. आदर्श रूप से आपका आपात फंड मासिक वेतन का कम से कम छह गुना होना चाहिए. हर निवेशक को यह सुनिश्चित करना होगा कि अपने खाते में पर्याप्त धन जमा कर लिया है. आपात फंड को बचत खाते में रखने के बजाय लिक्विड फंड में रखें, जहां ज्यादा ब्याज मिलता है.
बीमा है सुरक्षा के लिए सबसे जरूरी चीज
बढ़ती महंगाई में आपके पास एक सही स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी होना जरूरी है. वरना परिवार में किसी एक की बीमारी महीनों की बचत खत्म कर देगी. पॉलिसी में यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी आश्रित इसमें कवर हो सकें. अगर आपके नियोक्ता ने बीमा दिया हो तो भी अपनी तरफ से पर्याप्त पॉलिसी कराना चाहिए. आप अकेले कमाने वाले हैं तो स्वास्थ्य बीमा के साथ टर्म पॉलिसी लेना भी समझदारी होगी.
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FIRST PUBLISHED : February 19, 2024, 15:29 IST