मुगल काल की शानदार इमारतों में से एक, परी महल, अपने दिलचस्प इतिहास और मनमोहक वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इसे “परी का महल” भी कहा जाता है, जो इसकी खूबसूरती और शाही अंदाज़ को बयां करता है।
इतिहासकारों के मुताबिक, इस महल का निर्माण 17वीं सदी के बीच में हुआ था। इसे शाहजहाँ के बड़े बेटे, दारा शिकोह ने बनवाया था। दारा शिकोह को कला और इल्म का बहुत शौक था और वो अक्सर विद्वानों और कलाकारों की संगत में पाए जाते थे। कुछ इतिहासकारों का कहना है कि दारा शिकोह ने इस महल को खासतौर पर बनवाया था ताकि वो शांत वातावरण में इल्म हासिल कर सकें और सूफी संतों की तरह ध्यान लगा सकें।
विलियम डालरिम्पल अपनी किताब “द लास्ट मुगल” में लिखते हैं कि दारा शिकोह ने परी महल को “तालीम और फिक्र” की जगह के रूप में बनवाया था। यानी, ये एक ऐसी जगह थी जहां इल्म सीखा जाता था और गंभीर विचार-विमर्श किए जाते थे। डालरिम्पल आगे बताते हैं कि इस महल में दारा शिकोह की निजी किताबों का खजाना भी हुआ करता था, जिसमें फिलॉस्फी, साहित्य, साइंस और धर्म से जुड़ी किताबें मौजूद थीं। ये इस बात का सबूत है कि दारा शिकोह कितने पढ़े-लिखे और खुले विचारों वाले शहजादे थे।
दूसरी तरफ, इतिहासकार ऑड्रे ट्रुस्के अपनी किताब “कल्चर ऑफ मुगल इंडिया” में इस महल की खूबसूरत वास्तुकला के बारे में बताती हैं। वो लिखती हैं कि परी महल मुगल गार्डन डिज़ाइन का एक बेहतरीन नमूना है। इसमें सात मंजिलें हैं, जिन पर फव्वारे और हरियाली नजर आती है। ट्रुस्के इस बात पर भी ध्यान दिलाती हैं कि इस महल की बनावट में ईरानी और मध्य एशियाई असर भी दिखाई देता है, जो मेहराबों, ज्योमेट्रिक पैटर्नों और नक्काशीदार दीवारों में साफ झलकता है।
गौर करने वाली बात ये है कि ये महल सिर्फ किताबों का घर और ध्यान लगाने की जगह ही नहीं था, बल्कि ये एक वेधशाला के रूप में भी इस्तेमाल होता था। इतिहासकार बैम्बर गैसकोइग्ने अपनी किताब “द ग्रेट मुगल्स” में लिखते हैं कि पहाड़ों पर बने होने की वजह से इस महल से आसमान और तारों को आसानी से देखा जा सकता था। माना जाता है कि खगोलविद और ज्योतिषी इस वेधशाला का इस्तेमाल तारों की गतिविधियों का अध्ययन करने के लिए करते थे, जिससे उस वक्त के विज्ञान को काफी तरक्की मिली।
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मुगल साम्राज्य के कमजोर होने के बाद, परी महल कई तरह के इस्तेमाल में लाया गया। कभी ये सरकारी संपत्ति बन गया, तो कभी किसी फिल्म की शूटिंग के लिए इस्तेमाल हुआ। लेकिन इन सबके बावजूद, ये महल अपने आप में एक शानदार इमारत है, जो अपने इतिहास, खूबसूरती और शांत वातावरण के लिए आज भी लोगों को अपनी तरफ खींचता है।#इतिहास_की_एक_झलक
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