कोच्ची: केरल के कासरगोड में शुक्रवार (26 अप्रैल) को फर्जी वोटिंग की खबर दिखने वाले चार पत्रकारों पर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। इस दौरान पत्रकारों को बुरी तरह पीटा गया, यहां तक कि उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए।
मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं ने पीटने के बाद पत्रकारों को वहाँ से भगा दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला कासरगोड के चेंगला स्थित सरकारी हाई स्कूल के बूथ का है। यहाँ पर बोगस वोटिंग की खबर मिलते ही कैराली न्यूज के रिपोर्टर शिजू कन्नन, चैनल के कैमरामैन शैजू पिलाथारा, मातृभूमि न्यूज के रिपोर्टर सारंग और मातृभूमि अखबार के रिपोर्टर प्रदीप जीएन मौके पर पहुँचे और फर्जी मतदान की खबर की रिपोर्टिंग करने का प्रयास किया। रिपोर्ट के अनुसार, इसी दौरान IUML कार्यकर्ताओं ने उन्हें पीटा।
दरअसल, मतदान वाले दिन दोपहर में मार्क्सवादी पार्टी (CPIM) के एजेंटों ने स्कूल में बूथ संख्या 113, 114 और 115 में बड़े पैमाने पर फर्जी वोटिंग की सूचना अपने पार्टी के बड़े नेताओं को दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि मुस्लिम लीग के कार्यकर्ता उन्हें पोलिंग बूथ पर बैठने भी नहीं दे रहे हैं। इसके बाद CPIM चुनाव प्रबंधक कासरगोड विधानसभा क्षेत्र में IUML के गढ़ चेंगला के स्कूल पहुँचे। LDF चुनाव समिति के संयोजक केपी सतीश चंद्रम ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम लीग के कार्यकर्ता उन लोगों के वोट डाल रहे थे, जो केरल में थे ही नहीं।
CPIM नेता सतीश चन्द्रम ने आगे कहा कि, ‘हमने जिला चुनाव अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई है।’ सतीश चंद्रम ने इसकी जानकारी मीडिया संस्थानों को भी दे दी थी। इसके साथ ही उदमा के विधायक और सीपीएम के जिला सचिव को भी इसके बारे में सूचित किया था। जैसे ही मीडिया को सूचना मिली, तो कुछ रिपोर्टर फर्जी मतदान की खबर को कवर करने मौके पर पहुँच गए, लेकिन मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं ने उन्हें रिपोर्टिंग नहीं करने दी और वहाँ से फ़ौरन भाग जाने के लिए धमकाया। उसी बीच उदमा विधायक और कार्यवाहक CPIM जिला सचिव कुन्हाम्बु मौके पर पहुँचे। रिपोर्ट के अनुसार, ‘मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं ने विधायक के साथ मारपीट करने की कोशिश की, लेकिन कासरगोड विधायक एनए नेल्लिकुन्नु ने हस्तक्षेप कर मामले को सुलझाया।’
वहीं, हमले के शिकार पत्रकारों ने इसकी शिकायत पुलिस और जिला कलेक्टर से की है। कलेक्टर इनबासेकर ने एक बयान में कहा कि उन्होंने बूथ संख्या 115 पर बोगस वोटिंग पर कार्रवाई की है। हालाँकि, उन्होंने की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी। बता दें कि केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी है। इस गठबंधन में और भी कई छोटे-छोटे दल शामिल हैं। वहीं, दूसरी तरफ CPM की अगुवाई वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) गठबंधन है। इसमें CPIM और CPIM सहित छोटी पार्टियां शामिल हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री विजयन पिनराई की अगुवाई में केरल में LDF की सरकार है। बता दें कि, इसी मुस्लिम लीग को राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) पार्टी कहा था, वहीं, साम्प्रदायिकता के लिए भाजपा की आलोचना की थी. जबकि इसी मुस्लिम लीग की वजह से भारत का बंटवारा हुआ था, उस समय इसका नाम ऑल इंडिया मुस्लिम लीग (AIML) हुआ करता था, बाद में इसका एक धड़ा पाकिस्तान चला गया और दूसरे ने यहाँ इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) बना ली।