आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष और हैदराबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार असदुद्दीन औवेसी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा।
राहुल गांधी की 2019 के चुनाव में अमेठी से हार का जिक्र करते हुए ओवैसी ने प्रियंका गांधी से सवाल किया। उन्होंने कहा कि आपके भाई अमेठी से चुनाव हार गए थे। क्या मैं वहां आया था। अमेठी से लड़ा था। ओवैसी ने महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ गठबंधन पर भी सवाल उठाए।
उद्धव की पार्टी धर्मनिरपेक्ष है?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- प्रियंका गांधी वाड्रा… आपका भाई अमेठी हार गया। क्या मैं वहां आया और लड़ा? महाराष्ट्र में, आपने उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन किया है। क्या वह धर्मनिरपेक्ष हैं? यह वही शिवसेना है, जिसके कार्यकर्ताओं ने 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस किया था। क्या आप उनके साथ हैं? आपने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। वही AAP जिसने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने में बीजेपी की मदद की और आप हमें ‘बीजेपी बी-टीम’ कहती हैं?
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि 2019 के चुनाव में आप 92 प्रतिशत सीटें हार गए। जिन पर आप भाजपा के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। इस बार आप 300 सीटों पर लड़ रहे हैं। मुझे बताएं, आपको क्या लगता है कि आप कितनी सीटें जीतेंगे?
प्रियंका गांधी ने भाजपा की मदद करने का लगाया था आरोप
दरअसल, प्रियंका गांधी वाड्रा इन दिनों अमेठी और रायबरेली सीट पर प्रचार कर रही हैं। अमेठी में गांधी परिवार के वफादार और सोनिया गांधी के प्रतिनिधि रहे किशोरी लाल शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, रायबरेली सीट से राहुल गांधी खुद मैदान में हैं। गुरुवार, 9 मई को प्रियंका गांधी ने एआईएमआईएम को भाजपा की बी टीम करार दिया।
प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं आपको बार-बार बता रही हूं। असदुद्दीन ओवैसी सीधे तौर पर भाजपा के साथ काम कर रहे हैं। जहां भी भाजपा को अन्य दलों को पीछे धकेलने के लिए किसी को मैदान में उतारने की जरूरत है, वह ऐसा कर रहे हैं। तेलंगाना चुनाव में यह बहुत स्पष्ट हो गया है।
तेलंगाना की 17 सीटों पर 13 मई को मतदान
तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों के लिए 13 मई को होने वाले चुनाव में जिसमें हैदराबाद सीट भी शामिल है। इस सीट पर 1984 से पहले असदुद्दीन औवेसी के पिता और फिर खुद उनका कब्जा रहा है। कांग्रेस ने अक्सर एआईएमआईएम पर भाजपा की ‘बी-टीम’ होने का आरोप लगाया है।
पिछले महीने औवेसी के भाई अकबरुद्दीन औवेसी ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने एक चुनावी रैली में कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि एआईएमआईएम उस टीम के साथ है, कुछ कह रहे हैं कि वह दूसरी टीम के साथ है। लेकिन मैं जो कह रहा हूं वह यह है कि एआईएमआईएम वहीं रहेगी जहां वह हमेशा से थी।