श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सूबे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से एक दिन पहले शुक्रवार (13 सितंबर) को जम्मू क्षेत्र की चेनाब घाटी में आतंकवादियों के साथ भीषण गोलीबारी में सेना के दो जवान शहीद हो गए.
रिपोर्ट के मुताबिक, सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि सिंथन टॉप के पास चटरू इलाके में आतंकवादियों के एक समूह की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने गोलीबारी शुरू कर दी. सिंथन टॉप जम्मू के किश्तवाड़ और कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले की सीमा पर स्थित है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे जब सुरक्षा बल किश्तवाड़ जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर नैदगाम गांव में संदिग्ध ठिकाने के निकट पहुंचे तो भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी.
शुरुआती गोलीबारी में सेना के चार जवान घायल हो गए. उन्हें तुरंत मुठभेड़ स्थल से निकालकर उधमपुर के एक चिकित्सा केंद्र में ले जाया गया, जहां कथित तौर पर उनमें से दो की मौत हो गई.
सूत्रों ने बताया कि चिनाब घाटी में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ने के बाद हाल ही में इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है.
सूत्रों ने बताया, ‘जिस क्षेत्र में मुठभेड़ हुई, वह पुराना रास्ता है जिसका इस्तेमाल आतंकवादी अनंतनाग, डोडा और किश्तवाड़ जिलों के बीच आवाजाही के लिए करते रहे हैं.’
उन्होंने बताया कि हाल ही में इस क्षेत्र में तैनात किए गए अतिरिक्त बल क्षेत्र पर नियंत्रण की कवायद कर रहे थे, तभी आतंकवादियों ने हमला कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा गया है. उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन जारी है.’
ख़बरों के अनुसार, शुक्रवार को किश्तवाड़ में हुई मुठभेड़ में शामिल आतंकवादियों का समूह जुलाई में डोडा जिले में हुए इसी तरह के हमले के पीछे भी कथित रूप से शामिल था, जिसमें एक अधिकारी सहित चार सैन्यकर्मी मारे गए थे.
शनिवार को चेनाब घाटी के निकटवर्ती डोडा जिले में भाजपा की एक रैली होनी है, जिसे मोदी संबोधित करेंगे. चुनाव आयोग द्वारा केंद्र शासित प्रदेश के लिए तीन चरणों में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद यह जम्मू-कश्मीर में उनकी पहली रैली होगी.
भाजपा के चुनाव अभियान के तहत मोदी कश्मीर और जम्मू क्षेत्र में भी रैलियों को संबोधित करने वाले हैं.
कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच रियासी और रामबन सहित चिनाब घाटी के तीन जिलों के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में 18 सितंबर को पहले चरण में मतदान होगा. इसके साथ ही दक्षिण कश्मीर के जिलों पुलवामा, कुलगाम, शोपियां और अनंतनाग में भी मतदान होगा.
किश्तवाड़ में यह हमला जम्मू के कठुआ जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध विदेशी आतंकवादियों के मारे जाने के दो दिन बाद हुआ है.
एक समय आतंकवाद मुक्त रहे जम्मू क्षेत्र में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद एक खतरनाक बदलाव आया है, जिसके कारण भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को हिंदू बहुल जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में अतिरिक्त और विशेष बल तैनात करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
पिछले तीन वर्षों में जम्मू के पीर पंजाल क्षेत्र और चिनाब घाटी के ऊंचे इलाकों में शरण लिए हुए प्रशिक्षित आतंकवादियों के एक समूह द्वारा लक्षित हमलों में 50 से अधिक सैनिक, जिनमें अधिकारी भी शामिल हैं, मारे गए हैं.