दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक कर दिया गया है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दी है। उन्होंने कहा कि सराय काले खां चौक को अब भगवान बिरसा मुंडा के नाम से जाना जाएगा।
यह फैसला भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर लिया गया है।
दरअसल, दिल्ली का सराय काले खां चौक आईएसबीटी के पास है। जिसका नाम अब बिरसा मुंडा चौक कर दिया गया है। राजधानी के बांसेरा उद्यान में हुए इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। उन्होंने मूर्ति का अनावरण किया। वहीं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कहा कि मैं आज घोषणा कर रहा हूं कि यहां आईएसबीटी बस स्टैंड के बाहर जो बड़ा चौक है, उसे अब भगवान बिरसा मुंडा के नाम से जाना जाएगा। इस प्रतिमा और उस चौक का नाम देखकर न केवल दिल्ली वासी बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बस अड्डे पर आने वाले लोग भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरित होंगे।
कौन है बिरसा मुंडा
बता दें कि आज बिरसा मुंडा की 15वीं जयंती है। आज जयंती को देशभर में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को रांची के एक आदिवासी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सुगना मुंडा था और उनकी मां का नाम करमी मुंडा था। बिरसा मुंडा ने 1834 में बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के खिलाफ लगान माफी के लिए आंदोलन शुरू किया था। जिसके चलते उन्हें साल 1895 में अंग्रेजी ने गिरफ्तार कर लिया था और हजारीबाग जेल भेज दिया था। उन्हें झारखंड में भगवान की तरह पूजा जाता है।