नई दिल्ली, 21 जुलाई . सोमवार, 22 जुलाई से संसद का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. संसद सत्र से एक दिन पहले रविवार, 21 जुलाई को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू की तरफ से दोनों सदनों-लोकसभा और राज्यसभा में सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है.
रविवार को, सुबह 11 बजे दोनों सदनों के सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ संसद भवन परिसर स्थित संसदीय सौध के मुख्य समिति कक्ष में सरकार यह सर्वदलीय बैठक करेगी.
सरकार का मकसद , इस सर्वदलीय बैठक के जरिए सदन के तमाम राजनीतिक दलों को सत्र के दौरान के सरकार के एजेंडे और विधेयकों के बारे में जानकारी देना है. सरकार की तरफ से बैठक में विपक्षी दलों से संसद की कार्यवाही सुचारू ढंग से चलने देने का भी अनुरोध किया जाएगा.
बैठक में विपक्षी दलों की तरफ से अपने-अपने एजेंडे को भी सामने रखा जाएगा,जिस पर वे सदन में चर्चा कराना चाहते हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी की यह पहली सर्वदलीय बैठक होगी.
आपको बता दें कि, 22 जुलाई से शुरू होने जा रहे संसद के बजट सत्र के 12 अगस्त तक चलने की संभावना है. संसद सत्र के पहले दिन, सोमवार को सरकार द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण सदन में पेश किया जाएगा.
सत्र के दूसरे दिन, मंगलवार 23 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेगी. सरकार आगामी बजट सत्र के दौरान, केंद्रीय बजट पारित करवाने के साथ ही 5 अन्य विधेयकों – आपदा प्रबंधन ( संशोधन) विधेयक- 2024, बॉयलर विधेयक -2024, भारतीय वायुयान विधेयक- 2024, कॉफी ( संवर्धन और विकास) विधेयक -2024 और रबड़ (संवर्धन और विकास ) विधेयक -2024 भी पारित करवाने का प्रयास करेगी.
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र का बजट पेश करना और चर्चा के बाद पारित करवाना भी सरकार के एजेंडे में शामिल है. सरकार अपने इन सभी विधेयकों की जानकारी भी सर्वदलीय बैठक में देगी.