छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में आरोपित अरविंद सिंह को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया गया है। अरविंद सिंह को एक दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के हाई कोर्ट ने जमानत मंजूर कर रिहा किया था। जानकारी के मुताबिक अरविंद सिंह को बीती देर रात एसीबी/ईओडब्ल्यू की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपित से टीम एक गोपनीय जगह पर पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार अरविन्द सिंह के साथ अनवर ढेबर को भी एसीबी/ईओडब्ल्यू की टीम ने गिरफ्तार किया है। ED द्वारा जारी किये गए प्रेस नोट की जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले का मुख्य आरोपी अनवर ढ़ेबर है जिसने सारा सिंडिकेट तैयार करके गेम खेला है।
अरविंद सिंह को छत्तीसगढ़ में हुए 2200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले मामले (Chhattisgarh Liquor Scam) में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद आरोपित को रायपुर की जेल में रखा गया था। जानकारी के अनुसार, आरोपित अरविन्द सिंह (Chhattisgarh Liquor Scam) को सशर्त जमानत मिली थी, बिलासपुर हाईकोर्ट में जस्टिस पार्थ प्रीतम साहू की बेंच ने एक लाख रुपए के मुचलके पर जमानत को मंजूरी दी थी। इससे पहले 21 मार्च को दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था। कोर्ट ने दो अप्रैल को जारी फैसले में सशर्त जमानत दी थी। शराब घोटाले मामले (Chhattisgarh Liquor Scam) में वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव श्रीवास्तव ने बचाव पक्ष और डॉ. सौरभ कुमार पांडे ने ईडी की तरफ से पैरवी की थी। जेल से बाहर आने के दूसरे दिन ही एसीबी/ईओडब्ल्यू की टीम ने पकड़ लिया है। फिलहाल पूछताछ जारी है।
यह है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला :
ईडी ने पहले की जांच के आधार पर प्रेस नोट जारी कर दावा किया था कि, छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 के बीच शराब घोटाले के जरिए 2 हजार 200 करोड़ का भ्रष्टाचार किया गया है। भ्रष्टाचार का यह पूरा खेल अनवर ढेबर की ओर से बाकायदा सिंडिकेट तैयार करके खेला गया। मार्कफेड और आबकारी के बड़े अफसरों की मिलीभगत से डिस्टलरों, शराब निर्माताओं, बॉटल और होलोग्राम तैयार करने वाली एजेंसियों तक से साठगांठ की गई थी।