कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में आरक्षण पर दिए गए अपने बयान को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। राहुल गांधी ने बुधवार, (12 सितंबर) को कहा कांग्रेस देश में आरक्षण की सीमा को 50% से आगे बढ़ाने की कोशिश करेगी। हाल ही में अमेरिका में राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर बयान दिया था। इसके बाद बीजेपी ने राहुल गांधी पर आरक्षण खत्म करने की साजिश करने का आरोप लगाया था। अब राहुल गांधी ने अपने आरक्षण वाले बयान पर सफाई दी है।
जानें, राहुल गांधी ने आरक्षण पर क्या कहा था
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे आरक्षण से कोई आपत्ति नहीं है। कांग्रेस इसे और बढ़ाएगी। राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे के दौरान नेशनल प्रेस क्लब में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कांग्रेस भारत में आरक्षण तब खत्म करेगी जब भारत में सभी वर्गों में समानता आएगी। अभी भारत में ऐसी स्थिति नहीं है। इसके बाद बीजेपी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा था। बीजेपी ने कहा था कि राहुल गांधी देश में आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रहे हैं।
‘मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं’ – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया था। मैंने वाशिंगटन डीसी के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान कहा था कि कांग्रेस उस समय आरक्षण को समाप्त करने के बारे में सोचेगी जब भारत एक समान और न्यायसंगत देश बन जाएगा। माैजूदा समय में भारत में ऐसी स्थिति नहीं है। दलित (Dalit), ओबीसी (OBC), आदिवासी (Adivasi) देश की बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद अभी भी मुख्य धारा में नहीं आ पाए हैं।
राहुल गांधी ने दोहराई जाति जनगणना की मांग
बता दें कि राहुल गांधी ने अपने बयान में जातिगत जनगणना (Caste Census) की भी बात की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि कास्ट सेंसस से यह जानने में मदद मिलेगी कि निचली जातियों और पिछड़े वर्गों की स्थिति क्या है। राहुल गांधी ने कहा था कि जातिगत जनगणना के जरिए पता चलेगा कि ये वर्ग सामाजिक और आर्थिक रूप से कितने पिछड़े हैं और किस हद तक उन्हें सरकारी संस्थानों में भागीदारी मिल रही है। राहुल गांधी ने कहा कि भारत के बड़े बिजनेस हाउसेस और टॉप कोर्ट में 90% से ज्यादा आबादी का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.
अमित शाह ने राहुल गांधी पर लगाए थे आरोप
राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी ने उन पर तीखा हमला बोला। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी का यह बयान कांग्रेस की उस राजनीति को उजागर करता है, जो हमेशा से क्षेत्रवाद, धार्मिक और भाषाई विभाजन पर आधारित रही है। शाह ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा देश को बांटने की कोशिश करती रही है। राहुल गांधी का आरक्षण के खिलाफ बोलना इसी साजिश हिस्सा है।
बीजेपी ने राहुल गांधी को बताया था आरक्षण विरोधी
बीजेपी नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी के बयान से कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आ गया है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा आरक्षण के मुद्दे पर देश के लोगों को भ्रमित किया है और राहुल गांधी के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि वह आरक्षण को समाप्त करने की मंशा रखते हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस की असली मंशा अब सबके सामने उजागर हो गई है।
जानें, देश में क्यों अचानक आरक्षण पर बहस हुई तेज
राहुल गांधी के बयान से एक बार फिर देश में आरक्षण को लेकर बहस छिड़ गई है। राजनीतिक विश्लेषक इसे एक बड़े चुनावी मुद्दे के रूप में देख रहे हैं, खासकर तब जब कई राज्यों में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। देश में आरक्षण को लेकर यह बहस आने वाले समय में और तीखी हो सकती है। इस मामले में अब क्षेत्रीय पार्टियां भी खुलकर सामने आ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आरक्षित वर्गों में क्रिमी लेयर की पहचान करने का निर्देश दिया है। एनडीए गठबंधन में शामिल दलों के साथ कई पार्टियाें ने इस पर आपत्ति जताई है।