बिहार की राजधानी पटना में रविवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दस सालों में किसी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ तो मुस्लिम समाज का हुआ है।
क्या लालू यादव का बुलडोजर से घर तोड़ा गया? बुलडोजर तो मेरे घर पर चला।
उन्होंने कहा कि अतीक अहमद पर गोलियां चलाई गईं, क्या इनकी औलादों पर गोलियां दागी गईं? मोहम्मद शहाबुद्दीन को दफनाने के लिए सिवान की सरजमीं नसीब नहीं हुई। हम लोगों पर जुल्म हुआ। क्या इन लोगों की बेटियों से हिजाब खींचा गया? हमारे धर्म को गालियां दी गईं, ये किसने किया?
ओवैसी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में सौ साल का मदरसा जला दिया गया, बताइए ये किसने किया। अगर तेजस्वी यादव को मुस्लिम वोटों की फ्रिक थी, तो उन्हें उस जले हुए मदरसे का मुआयना करने जाना चाहिए था। लेकिन, वह नहीं गए। सिवान के एक सात साल के बच्चे की मां पुकारती रही कि मेरा बेटा सात साल का है, इसे जेल मत भेजो। वो मां सात दिन तक सिवान की जेल के सामने बैठकर तेजस्वी से कहती रही कि मेरे बच्चे को जेल जाने से बचा लो। लेकिन, तेजस्वी ने उनकी सुध नहीं ली।
उन्होंने आगे कहा, “आज तुम ओवैसी को गाली देते हो। तुम्हारी औलाद को कुछ होता तो सारा बिहार अपने सिर पर उठा लेते हो। लालू यादव कहते हैं कि मेरे परिवार को जेल में डाल रहे हैं। तुम्हारी तकलीफ, तुम्हारी तकलीफ है, मेरी तकलीफ का क्या? तेजस्वी यादव जवाब दें। तेजस्वी ने हमारे चार विधायकों को खरीद लिया। अल्लाह के दरबार में जवाब देना पड़ेगा।”