विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों पर फिर से अपनी स्पष्ट स्थिति दोहराई है और कहा है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. भारत ने पाकिस्तान से आतंकवादियों को सौंपने और पीओके खाली करने की मांग दोहराई. सिंधु जल संधि को भी आतंकवाद रुकने तक स्थगित रखने का ऐलान किया गया. भारत ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर पर बातचीत तभी संभव है जब पाकिस्तान पीओके खाली करे.
पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर भारत ने फिर अपनी स्थिति साफ कर दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी तरह के रिश्ते द्विपक्षीय होने चाहिए और इनमें किसी तीसरे पक्ष की भूमिका स्वीकार नहीं की जाएगी. प्रवक्ता ने साफ शब्दों में कहा कि “आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते.” उन्होंने बताया कि भारत ने पाकिस्तान को वर्षों पहले उन कुख्यात आतंकवादियों की सूची सौंपी थी, जिन्हें अब तक सौंपा नहीं गया है. पाकिस्तान से भारत की यह मांग बनी हुई है कि वह इन आतंकवादियों को भारत के हवाले करे. जायसवाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर कोई भी बातचीत तब तक नहीं होगी, जब तक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) खाली नहीं किया जाता और वह इलाका भारत को नहीं सौंपा जाता.
सिंधु जल संधि को लेकर भी भारत ने सख्त रुख अपनाया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से समर्थन देना बंद नहीं करता. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथन को दोहराते हुए कहा: “आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते, और पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते. ”
रणधीर जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार या टैरिफ से जुड़ी कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच संघर्षविराम का निर्णय भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच सीधे संपर्क के माध्यम से लिया गया था न कि किसी बाहरी दबाव में.
ईरान में लापता हुए तीन भारतीय नागरिकों के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “… कुछ समय पहले ईरान के तेहरान में उतरे तीन भारतीय नागरिक लापता हैं. उन्होंने कहा कि हम उनका पता लगाने, उनकी सुरक्षा और उनके घर वापसी के लिए ईरानी अधिकारियों के संपर्क में हैं. हमें ईरानी पक्ष से अच्छा सहयोग मिल रहा है और हम लापता लोगों के परिवारों के संपर्क में भी हैं. हम हर संभव मदद कर रहे हैं…”
