April 29, 2025 12:33 am

तमिलनाडु में मंत्री के परिवार पर लगा, भ्रष्टाचार और बैंक धोखाधड़ी का आरोप

 प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने तमिलनाडु सरकार में एक वरिष्ठ मंत्री के परिवार पर शिकंजा कसते हुए बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मंत्री के सांसद बेटे और उनके भाई के खिलाफ 30 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय हेराफेरी के मामले में जांच तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी एक बड़ी जांच का हिस्सा है। ईडी का आरोप है कि मंत्री के परिवार ने शेल कंपनियों और फर्जी दस्तावेजों के जरिए करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है। जांच एजेंसी ने संबंधित ठिकानों पर छापेमारी भी की है, जिसमें कई अहम दस्तावेज और डिजिटल डेटा बरामद होने की खबर है। इस बीच राजनीतिक गलियारों में इस कार्रवाई को लेकर हलचल मच गई है। मामले में अभी तक मंत्री या उनके परिवार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को लेकर राज्य सरकार पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। ईडी अधिकारियों का कहना है कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है और जल्द ही आरोपियों से पूछताछ भी की जा सकती है।

तमिलनाडु के मंत्री और सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के वरिष्ठ नेता के.एन. नेहरू के बेटे और भाई पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 30 करोड़ रुपये के बैंक ऋण से जुड़े धन की कथित हेराफेरी का आरोप लगाया है। ईडी ने शुक्रवार को जानकारी दी कि यह कार्रवाई ट्रूडोम ईपीसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी और इससे जुड़े प्रमुख लोगों के खिलाफ की गई है। एजेंसी ने 7 अप्रैल को चेन्नई, त्रिची और कोयंबटूर में स्थित 15 परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था। ईडी के अनुसार, केएन नेहरू के बेटे और लोकसभा सांसद अरुण नेहरू तथा उनके भाई एन. रविचंद्रन इस मामले में प्रमुख आरोपी हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आए साक्ष्यों से यह संकेत मिलता है कि इन दोनों की बैंक ऋण की हेराफेरी में संलिप्तता रही है। एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि जांच के दौरान डिजिटल डिवाइसेज़, दस्तावेज़ और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है, जिससे इस आर्थिक अनियमितता के और सबूत मिले हैं।फिलहाल मामले की जांच जारी है।

आपको  बता दें,कि ईडी ने बताया कि चेन्नई, त्रिची और कोयंबटूर में 7 अप्रैल को की गई तलाशी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं। एजेंसी के अनुसार, ये सबूत तमिलनाडु के नगर प्रशासन और जल आपूर्ति विभाग (एमएडब्ल्यूएस) में फैले एक व्यवस्थित भ्रष्टाचार नेटवर्क की ओर संकेत करते हैं। ईडी ने दावा किया कि बैंक ऋण की हेराफेरी से जुड़े इस मामले में अरुण नेहरू और रविचंद्रन की सक्रिय भूमिका रही है। हालांकि, मंत्री केएन नेहरू, सांसद अरुण नेहरू और रविचंद्रन से इन आरोपों पर टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं किया जा सका। फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय मामले की गहराई से जांच कर रहा है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है।

Khabar 30 Din
Author: Khabar 30 Din

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