उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई तेज आंधी और तूफान के बावजूद फसलों को किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। राज्य के कई जिलों में अचानक मौसम में बदलाव देखा गया, जिसमें तेज हवाएं और हल्की बारिश शामिल रही। इस पर जिलाधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि मौसम में आए इस परिवर्तन से खेतों में खड़ी फसलें प्रभावित नहीं हुई हैं। प्रशासन की ओर से स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है और किसान भाइयों को चिंता न करने की सलाह दी गई है। “फिलहाल मौसम के बदलाव से किसी भी प्रकार की फसल हानि की सूचना नहीं है। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।”फिलहाल राज्य में गेहूं, आम और सब्जियों की फसलें खेतों में तैयार अवस्था में हैं। किसानों ने भी राहत की सांस ली है कि तेज हवाओं और तूफान के बावजूद फसलों को नुकसान नहीं हुआ।
लखनऊ जिला प्रशासन ने भी बताया कि तेज हवाओं और बारिश के कारण गेहूं की कटाई में जरूर देरी हुई है, लेकिन फसलें सुरक्षित हैं. राहत विभाग ने अब सभी जिलों से इस संबंध में लिखित रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी प्रकार की क्षतिपूर्ति या सहायता की आवश्यकता होने पर उचित निर्णय लिया जा सके.
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में गेहूं की कटाई का समय अप्रैल के महीने में होता है और इस दौरान अचानक मौसम बदलने से किसान चिंतित हो जाते हैं. अगर किसी फसल को 33% या उससे अधिक का नुकसान होता है, तो सरकार की ओर से मुआवजा देने का प्रावधान है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी तरह के नुकसान का तत्काल सर्वे कराया जाए
और जरूरतमंद किसानों को समय पर राहत पहुंचाई जाए. इस क्रम में राहत विभाग ने सभी जिलों से मौके पर निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी है.
कृषि विपणन मंत्री ने अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक
इस बीच शुक्रवार को राज्य के बागवानी और कृषि विपणन राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए
अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी किसानों के हितों की अनदेखी करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
राज्यमंत्री ने कहा कि किसानों को सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ मिलना चाहिए और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हर अधिकारी को यह सुनिश्चित करना होगा कि खेतों में फसलें सुरक्षित हैं और अगर कहीं नुकसान हुआ है तो उसका वास्तविक मूल्यांकन कर राहत दी जाए. राज्य सरकार की प्राथमिकता इस समय रबी फसलों की सुरक्षा और कटाई कार्य में किसानों को सहयोग देना है. आने वाले दिनों में यदि मौसम फिर से खराब होता है, तो शासन द्वारा सतर्कता बरती जाएगी और जरूरत पड़ने पर तत्काल राहत कार्य शुरू किए जाएंगे.
