बीबीसी लाईव।खबर 30 दिन
विदेशों में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए, अभिभावकों को लुभाने का प्रयास एजेंटों द्वारा शुरू, भारत सरकार खामोश क्यों? हम आपको कुछ विज्ञापनों की स्क्रीन शॉट दिखा रहे है कि कैसे विदेशों से एमबीबीएस की डिग्री के लिए लोकलुभावने विज्ञापनों से आपको लूटने का प्रयास किया जा सकता है?
















12th के बाद हर बच्चे और उनके अभिभावकों का ख्वाब होता है की उनका बच्चा डॉक्टर इंजीनियर, आईएस, आईपीएस बने। इसके लिए बाकायदा तैयारी भी की जाती है। एमबीबीएस के लिए NEET में क्वालीफाई होना आवश्यक है इसके बिना सरकारी कॉलेजों में एडमिशन नही हो पाता है। और जो निजी कालेज है उनकी फीस 40 से 1 करोड़ तक होती है ।
विदेशों में एमबीबीएस की डिग्री के लिए इन दिनों फेसबुक, वाट्सएप्प, टेलीग्राम, ट्वीटर, इंस्ट्राग्राम में लोक लुभावने विज्ञापन चल रहे है। इन विज्ञापनों से लोग भ्रमित होकर ठगे जा रहे है। हम यहाँ यह नही कह रहे है सभी लोग इस प्रकार कर रहे है कुछ तथाकथित एजेंट है जो लोगो को इन लोकलुभावने विज्ञापनों से ठग रहे है। भारत सरकार विदेश मंत्रालय इस पर बिल्कुल भी ध्यान नही दे रही है?
विदेशों में एमबीबीएस करने से पहले तमाम जानकारी और विदेश मंत्रालय से पूरी जानकारी लेने के बाद ही कोई ठोस निर्णय लेना उचित होगा। वरना गलत लोगो से आप अपना धन खो सकते है और बर्बाद हो सकते है।
हम भारत सरकार से मांग करते है कि ऐसे लोकलुभावने विज्ञापनों की जांच जरूर करे।
