प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल वीडियो मामले में बीजेपी पर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा, “यह दुख की बात है कि प्रधानमंत्री जी बेटी बचाओ का नारा देते रहे, मगर अपनी कुर्सी बचाने के तहत सातवें चरण के मतदान के बावजूद भी उन्होंने चुप्पी नहीं तोड़ी। यह दिखाता है कि प्रधानमंत्री को बेटियों को इंसाफ दिलाने की थोड़ी भी चिंता नहीं है। प्रधानमंत्री को सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने की चिंता है। मैं आपको एक पत्र दिखा रही हूं, जिसे कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने एक मई को प्रधानमंत्री को लिखा था। उन्होंने अपने पत्र में कहा था कि प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर भाग गया है। आखिर यह कैसे हुआ?”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “पत्र में कहा गया था कि हम चाहते हैं कि कर्नाटक सरकार की इस मामले में मदद की जाए और केंद्र सरकार जर्मनी से बात करके प्रज्वल को वापस लाने की बात करे, लेकिन जब मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब प्रधानमंत्री की ओर से नहीं आया तो इससे आप सहज ही समझ सकते हैं कि वो इस मामले को लेकर कितने गंभीर हैं। चुनाव का समय है। ऐसे में आपकी चुप्पी आप ही पर भारी पड़ सकती है। इसके बाद सिद्दारमैया ने पीएम मोदी को एक और पत्र लिखा था, लेकिन इसके बावजूद भी प्रधानमंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। इससे साफ जाहिर होता है कि वो इस मामले को लेकर कितने गंभीर हैं।”
बता दें कि हासन लोकसभा सीट से जेडी (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर सैकड़ों महिलाओं के साथ यौन शोषण कर उनका वीडियो बनाने का आरोप है। बीते दिनों उसके कई कथित वीडियो भी सामने आए थे, लेकिन उससे पहले पुलिस उस पर शिकंजा कसती, वो पुलिस को गच्चा देकर विदेश भाग गया, लेकिन बीते शुक्रवार को विदेश से लौटने पर उसे बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया गया है कि प्रज्वल रेवन्ना जांच में अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं कर रहे। एसआईटी अब उस ‘लापता’ मोबाइल फोन की तलाश कर रही है जिसका इस्तेमाल आरोपी ने कथित तौर पर पीड़ितों के साथ यौन कृत्यों और मारपीट को रिकॉर्ड करने के लिए किया था। सूत्रों ने बताया कि मोबाइल फोन की बरामदगी अधिकारियों के लिए जांच का केंद्र बन गई है। पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना अधिकारियों के सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं।