दिल्ली में बहुत से लोग रोजाना ऑटो से सफर करते हैं। ऐसे में लगभग सभी लोग ऑटो वालों की हरकतों को जानते हैं। कई ऑटो वाले बिना मीटर के चलने के अलावा गलत तरीके से चलते हैं और कहीं पर भी ऑटो को पार्क कर देते हैं।
इनमें से ज्यादातर अपनी मर्जी से मनमानी करते हुए चलते हैं। इन लोगों की वजह से आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस भी इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। बता दें कि दिल्ली में करीब 1 लाख ऑटो ड्राइवर हैं, जिनमें से अधिकतर ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं।
क्या कहते हैं ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े?
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, रोजाना ऐसे कई मामले सामने आते हैं, जिनमें बिना लाइसेंस या फिर ट्रैफिक के विपरीत ऑटो चलाने वाले पाए जाते हैं। बता दें कि बहुत से ऑटो ड्राइवर बिना वर्दी, बिना आरसी, बिना परमिट और बिना इंश्योरेंस के ही ऑटो चलाते हैं। हर साल हजारों ऑटोवाले ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, साल 2023 के मुकाबले साल 2024 में हर नियम को तोड़ने वालों ड्राइवरों में एक से दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, दूसरी ओर गलत तरीके से ऑटो पार्क करने और ड्राइविंग सीट पर यात्री को बिठाने के मामलों में थोड़ी कमी हुई है।
साल 2025 में ज्यादा कटे चालान
दिल्ली में जिन ऑटो वालों के ऊपर कार्रवाई की गई है, उनमें से ज्यादातर बिना वर्दी वाले ऑटो ड्राइवर शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 के मुकाबले साल 2024 में बिना वर्दी के ऑटो चलाने वालों के मामलों में करीब 2.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अलावा बिना परमिट ऑटो चलाने वाले ड्राइवरों के आंकड़े देखें, तो पता चलता है कि साल 2023 और 2024 से ज्यादा चालान साल 2025 में डेढ़ महीनों में ही काटे गए हैं।
बता दें कि साल 2023 में बिना परमिट के ऑटो चलाने वाले ड्राइवरों की संख्या करीब 1454 थी, जो कि साल 2024 में बढ़कर 1502 हो गई। इसके बाद साल 2025 में सिर्फ 15 फरवरी तक यह आंकड़ा 2080 तक पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, साल 2025 में 15 फरवरी तक करीब 12,500 से ज्यादा ऑटो वालों के चालान काटे गए हैं।
नियमों का पालन करने के लिए पुलिस की पहल
इस पर बात करते हुए स्पेशल कमिश्नर अजय चौधरी ने बताया कि ऑटो ड्राइवरों को लगातार ट्रैफिक पुलिस की ओर से जागरूक किया जाता है, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा नियमों का पालन किया जाए। ऐसे में पुलिस की ओर से कई बार जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके बाद जब ऑटो वाले ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है और उनके चालान काटे जाते हैं।
