April 29, 2025 12:33 am

जम्मू-कश्मीर विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र शुरू, पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को दी गई श्रद्धांज

जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने आतंकी हमले पर कहा, “स्थिति और घटना की गंभीरता ने हम सभी को झकझोर दिया है. यह सिर्फ एक समुदाय की बात नहीं है. अभी कोई भी कदम पर्याप्त नहीं होगा. ये घटनाएं कई बार हो चुकी हैं और अब देश इसके खिलाफ ठोस कदम चाहता है. अभी बातचीत का कोई मतलब नहीं है.”

पिछले हफ्ते पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए 26 लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा ने आज कुछ पल का मौन रखा. विधानसभा में आज सोमवार को जैसे ही सदन का विशेष सत्र शुरू हुआ, विधानसभा स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर ने पहलगाम हमले में निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या किए जाने की कड़ी निंदा की. केंद्र शासित प्रदेश के कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा कि अब बातचीत नहीं बल्कि ठोस एक्शन लिए जाने की जरूरत है.

स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर ने कहा, “हम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं. साथ ही उन परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया.” इसके बाद स्पीकर ने ऐलान किया कि सदन इस नृशंस हमले में मारे गए लोगों के सम्मान में कुछ पल का मौन रखेगा.

बर्बर और अमानवीय हमले पर गहरा सदमा
इसके बाद केंद्र शासित प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने सरकार की ओर से एक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें पहलगाम में पर्यटकों पर हुए बर्बर और अमानवीय हमले को लेकर गहरा सदमा और दुख व्यक्त किया गया. पिछले हफ्ते 22 अप्रैल को अनंतनाग जिले के पहलगाम के ऊपरी इलाकों में मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से प्रसिद्ध बैसरन में आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए. मरने वालों ज्यादातर दूसरे राज्यों से आए पर्यटक थे.

 

सैयद शाह के बलिदान को सम्मानः DyCM सुरिंदर
सदन में उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने कहा, “यह सदन इस जघन्य और कायरतापूर्ण हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता है, जिसके परिणामस्वरूप यहां घूमने आए निर्दोष लोगों की जान चली गई. यह सदन पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़ा है. यह सदन शहीद सैयद आदिल हुसैन शाह के सर्वोच्च बलिदान को भी सलाम करता है, जिन्होंने पर्यटकों को बचाने को लेकर अपनी बहादुरी दिखाई और इस कोशिश में अपनी जान दे दी.”

 

आतंकी हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक तनवीर सादिक ने कहा, “मुझे लगता है कि देश में हमारी पहली विधानसभा है जो इस घटना की निंदा करते हुए प्रस्ताव ला रही है. कश्मीरी और कश्मीरी मुसलमान दुश्मन नहीं हैं. पूरे देश को कश्मीर के साथ खड़ा होना चाहिए. उन्हें (आतंकवादियों को) पकड़ना और सलाखों के पीछे डालना हमारा अधिकार है.”

वहीं AAP के विधायक मेहराज मलिक ने सदन के बाहर कहा, “पूरा विश्व इस हमले की निंदा और शोक मना रहा है. आज विधानसभा में इस घटना पर चर्चा जरूरी है. आज पूरा देश एकजुट है. पहले हमें पाकिस्तान को जवाब देना होगा, फिर बातचीत की गुंजाइश बनेगी. हम उन्हें बातचीत से जवाब नहीं देंगे, हमें उन्हें अपनी ताकत दिखानी होगी.” उन्होंने आगे कहा, “सिंधु नदी का पानी हमारी आबादी को प्रभावित किए बिना 3-4 दिन से ज्यादा स्टोर नहीं किया जा सकता. हमें उनके साथ यह जल युद्ध लड़ने की जरूरत नहीं है. हमारे पास इतनी बड़ी सेना और इतना बड़ा गोला-बारूद क्यों है?”

Khabar 30 Din
Author: Khabar 30 Din

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