उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय माहौल गरमाया हुआ है….. धर्म और जाति की राजनीति जोरों पर चल रही है……. लोग आस्था के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं……. लेकिन योगी सरकार मौन बनी हुई है……. वहीं अब खुद सीएम योगी मंचों से विवादित बयान देने लगे है….. बता दें कि योगी भी अब हिंदू हृदय सम्राट बनने की कोशिश में लग गए है….. योगी बाबा अभी तक ठाकुरों और कुछ फीसदी ब्राम्हणों के हृदय सम्राट थे….. लेकिन अब पूरे हिंदू समाज के दिलों पर राज करना चाहते हैं….. जिसके लिए मंचों से अब एक विशेष जाति समूह को टारगेट करने में लग गए हैं……. और अपने संबोधन में ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहें हैं….. जो एक सीएम के पद पर आसीन….. जो प्रदेश का मुखिया है….. उसके मुख से सोभा नहीं देता है…..
दोस्तों तो सुना आपने सीएम योगी दावा कर रहे हैं……. कि बीजेपी के सत्ता में आने से पहले मुहर्रम के जलूस में सस्त्र प्रदर्शन किया जाता था….. जिससे साफ पता चलता है कि योगी के दिल में मुसलमानों के प्रति कितनी नफरत भरी हुई है….. लेकिन योगी के सभी दावे झूठे साबित हो रहे हैं……. कावड़ यात्रा के दौरान कावड़ियों द्वारा रोड पर जो गुंडागर्दी की जा रही है…… उससे साफ पता चल रहा है…… कि उत्तर प्रदेश में किस तरह की शासन व्यवस्था है….. जब रोड पर कावड़ियों के द्वारा उत्तपात मचाया जाता है…… तो योगी की पुलिस मूकदर्शक बनी तमाशा देखती रहती है……
वहीं योगी के वीडियो को शेयर करते हुए यूपी कांग्रेस ने लिखा कि…… मुहर्रम का हर जुलूस उत्पात, आगजनी और तोड़फोड़ का कारण बनता था…… ये बयान है योगी आदित्यनाथ जी का……. क्या ये बयान एक मुख्यमंत्री को शोभा देता है……. मुख्यमंत्री जी, जब आप पैदा भी नहीं हुए थे…….. तब से इस देश में मुहर्रम के ताज़िये हिंदुओं के कंधों पर उठने…… और कांवड़ियों को मुस्लिम मोहल्लों में पानी पिलाए जाने की प्रथा चलती चली आ रही है……. लेकिन आज आप मंच से ज़हर उगल रहे हैं……. ताकि दंगे हों, वोट बटोरे जाएं…… अपनी नहीं तो कम से कम अपने पद की तो गरिमा रखिए……. देश को तोड़ने की राजनीति बंद कीजिए……
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि कांवड़ यात्रियों को मीडिया ट्रायल का शिकार बनाया जा रहा है……. जिसमें उन्हें ‘गुंडे’ और ‘आतंकवादी’ के रूप में दिखाया जा रहा है……. योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सामाजिक एकता का एक उल्लेखनीय प्रदर्शन है….. जो जाति, क्षेत्र और वर्ग की सीमाओं से परे है……. इस समय कांवड़ यात्रा चल रही है……. समाज के सबसे निचले तबके यानी मजदूर वर्ग से लेकर उच्च वर्ग तक…….. हर व्यक्ति इस अभियान से जुड़ा है…… एकता का अद्भुत संगम….. कोई भेदभाव नहीं……. न जाति का भेदभाव, न क्षेत्र का भेदभाव, न वर्ग का भेदभाव, न विचारधारा का भेदभाव, न धर्म का भेदभाव…… हर कोई हर-हर बम-बम का जाप करता हुआ 304 किलोमीटर पैदल चलता है…..
फिर वहां से जल लेकर, कांवड़ को कंधे पर रखकर फिर उसी भक्तिभाव से उसी रास्ते पर चल पड़ता है…… लेकिन मीडिया ट्रायल होता है….. उन्हें बदनाम किया जाता है, उनके बारे में बहुत कुछ लिखा जाता है……. यहां तक कि उन्हें दंगाई और आतंकवादी कहने की धृष्टता भी की जाती है……. यह वो मानसिकता है जो हर तरह से भारत की विरासत का अपमान करना चाहती है……. ये वही लोग हैं जिन्होंने आदिवासी समुदाय को भारत से अलग करने की कोशिश की……. उन्हें भड़काने की कोशिश की….. उन्हें भारत के खिलाफ लड़ाने के लिए हर स्तर पर साजिश रची…..
आपको बता दें कि एक सीएम को इस तरह की बाते नहीं करनी चाहिए….. सीएम प्रदेश का मुखिया होता है…… उसके प्रदेश में रहने वाले सभी जाति वर्ग के लोग उनके लिए एक समान होने चाहिए…… न कि हिंदू- मुसलमान होना चाहिए…… लेकिन सत्ता में बने रहने के लिए बीजेपी के लोग अपने पद की गरिमा को भूल जाते हैं…… और समाज में नफरत फैलाने की बात करते हैं….. सीएम से लेकर पीएम तक कभी भी अपने भाषणों में समाज में एकता बनाए रखने की बात नहीं करते हैं…… महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महिला उत्तपीणन सहित तमाम जमीनी मुद्दों पर कोई बयानबाजी नहीं करते हैं……. सिर्फ और सिर्फ जनता के बीच में जहर घोलने के लिए……. जनता के दिलों में नफरत भरने का काम कर रहें है……
आज हिंदू धर्म के ठेकेदार बने अट्ठारह, बीस साल के बच्चे रोड पर निकल कर हिंदू होने का दिखावा करते हैं…… और दुकानों, गाड़ियों में तोड़फोड़ कर अराजकता फैलाने का काम करते हैं……. यहीं युवा एक दिन रोजगार कि तलाश में दर- जर की ठोकरें खाएंगे…… लेकिन रोजगार नहीं मिलेगा….. न हीं बीजेपी के लोग इनका साथ देंगे…… सरकारों का क्या है…. आती जाती रहेंगी….. जिसको प्रदेश के युवा खासकर हिंदू नेताओं को यह समझने की जरूरत हैं….. युवा देश का भविष्य हैं.,…. वही जब देश का भविष्य ही गलत रास्ते पर चलेगा….. तो आने वाला परिणाम बहुत घातक रूप ले लेगा…..
आपको बता दें कि कुर्सी की चाह और सत्ता में बने रहने के लिए सीएम योगी अब नई चाल चलने लगे हैं…… वो दौर और था…. था जब बीजेपी में योगी और मोदी के नाम पर जनता आंख मूंद कर वोट करती थी…… लेकिन अब दौर बदल चुका है….. जनता भी अब नींद से जाग चुकी है……. मोदी और योगी की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर बीजेपी को भरपूर वोट दिया….. लेकिन सत्ता में आते ही जनता से किए गए सभी वादे…… वादे बनकर ही रह गए….. एक भी वादा पूरा नहीं हुआ….. और अपना हक मांगने पर सरकार की पुलिस के द्वारा लाठियां बरसाई गईं…… सरकार सोती रही….. प्रदेश में हर दिन क्राइम हो रहे हैं…. लेकिन सरकार कुछ भी नहीं कर पा रही है…..
