अनुसूचित जाति के बच्चों के उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार अनेक योजनाएं चला रही हो, लेकिन जवाबदेह अफसरों की लापरवाही के चलते योजनाएं दम तोड़ रही है। (CG News ) जैजैपुर अंतर्गत अनुसूचित जाति बालक आश्रम तुषार में अधीक्षक की गैरहाजिरी और लापरवाही ने व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है।
पत्रिका की टीम जब ग्राउंड रिपोर्टिंग में पहुंची और बच्चों से जानकारी ली गई तो अधीक्षक कहां है, तब उन्होंने बताया कि वो कुछ समय के लिए दिन में आते हैं और रात में नहीं रुकते हैं । खुलासा हुआ कि आश्रम अधीक्षक लोकेश बघेल अक्सर आश्रम में अनुपस्थित रहते हैं और आश्रम के संचालन का पूरा दारोमदार केवल एक चपरासी पर छोड़ दिया गया है। आश्रम में 35 से 40 बच्चे रहकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिन्हें माता-पिता अधीक्षक की देखरेख में छोड़ते हैं, लेकिन अधीक्षक का मनमाना रवैया बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों पर खतरा बना हुआ है।
पत्रिका news
