सुकमा। छत्तीसगढ़ की सुकमा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस के समक्ष 20 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सभी नक्सलियों पर कुल 33 लाख रुपये का ईनाम था। आत्मसमर्पित नक्सलियों में कई नक्सली बड़ी घटनाओं में शामिल थे।
वहीं आत्मसमर्पित नक्सलियों में 9 महिला नक्सली भी शामिल है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिल रही है। प्रदेश के अलग- अगल स्थानों पर लगातार नक्सली सरेंडर कर रहे हैं। बीते दिनों सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों पर दो करोड़ 10 रुपयों का इनाम था। जहां नारायणपुर में 8, कांकेर में 13 और उत्तरी बस्तर में 23 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर सुरक्षाबलों के सामने हथियार डाले थे।
बीजापुर में SZCM समेत 23 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
बीजापुर में नक्सलियों के स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य जगदीश इरपा समेत कुल 23 नक्सलियों ने बीजापुर में समर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले 23 नक्सलियों पर 1 करोड़ 15 लाख रुपयों का इनाम था। आत्मसमर्पण करने वालों में SZCM-01, DVCM-02, कंपनी PPCM-02, बटालियन एवं कंपनी पार्टी सदस्य -03, ACM-8, एरिया कमेटी पार्टी सदस्य-02, LOS सदस्य -04, जनताना सरकार अध्यक्ष-01, मिलिशिया कंपनी सदस्य-01 एवं जनताना सरकार उपाध्यक्ष-01 शामिल हैं। इनके आत्मसमर्पण करने से माओवादियों का शीर्ष कैडर टूट गया है।
कांकेर में 13 नक्सलियों ने डाले थे हथियार
कांकेर पुलिस को बड़ी सफलता मिली हैं। 62 लाख के ईनामी 13 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। इनमें 5 महिला नक्सली भी शामिल हैं। ये सभी लंबे समय से नक्सल संगठन में सक्रिय थे। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कंपनी कमांडर भी शामिल है। इन सभी ने एसपी आई कल्याण एलिसेला के सामने आत्मसमर्पण किया है।
नारायणपुर में आठ नक्सलियों ने डाले थे हथियार
अबूझमाड़ में सक्रिय नक्सलियों के टेक्निकल टीम के कमांडर सहित आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सरकार नक्सल मुक्त बस्तर के एलान को धरातल में कामयाब करने फोर्स मॉनसून ऑपरेशन चला रही हैं। घने जंगलों में फोर्स की आमद होने से नदी नालों को सुरक्षा कवच मानकर रहने वाले नक्सलियों में भय का वातावरण बन गया हैं। इसी के चलते नक्सल संगठन को छोड़कर नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं।
