बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मीठी नदी से गाद हटाने के काम में हुए घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह डिनो मोरिया के मुंबई स्थित घर पर छापा मारा। इस कार्रवाई से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मामले की जांच अब गंभीर मोड़ पर पहुंच चुकी है।
इस घोटाले में डिनो मोरिया और उनके भाई सैंटिनो मोरिया से अब तक दो बार आर्थिक अपराध शाखा (EOW) पूछताछ कर चुकी है। दोनों ने पुलिस को कुछ दस्तावेज भी सौंपे हैं। आरोप है कि इन्होंने ठेकेदारों और बिचौलियों को गाद हटाने का काम दिलवाने में मदद की थी।
क्या है मीठी नदी घोटाला
मीठी नदी से गाद निकालने के ठेके में गड़बड़ियों को लेकर यह घोटाला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस घोटाले से मुंबई नगर निगम को करीब 65 करोड़ 54 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इस सिलसिले में तीन नगर निगम अधिकारियों, पांच ठेकेदारों, तीन बिचौलियों और दो कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ईडी ने मुंबई और केरल के कोच्चि सहित 15 से अधिक जगहों पर छापेमारी की है। चर्चा है कि यह कार्रवाई आगामी मुंबई नगर निगम चुनावों से पहले राजनीतिक दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा हो सकती है।
डिनो मोरिया और बिचौलियों का संबंध
डिनो मोरिया और उनके भाई पर आरोप है कि उन्होंने गिरफ्तार किए गए बिचौलियों में से एक को सरकारी ठेका दिलाने में मदद की। इस मामले में डिनो ने अब तक चुप्पी साधी हुई है, हालांकि उन्होंने अधिकारियों के साथ सहयोग करने की बात कही है। जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी केतन कदम और डिनो मोरिया के बीच 2019 से 2022 के बीच वित्तीय लेन-देन हुए हैं। जांच एजेंसियां इन ट्रांजेक्शनों की गहराई से पड़ताल कर रही हैं।
