मुंबई। महाराष्ट्र में भाषा के विवाद में भाषा की मर्यादा टूटती नजर आ रही है। एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को चैलेंज किया है कि मुंबई आओ समुद्र में डुबो-डुबोकर मारेंगे। गौरतलब है सांसद निशिकांत ने बयान दिया था कि पटक—पटक कर मारेंगे। उसी बयान का जवाब देते हुए राज ठाकरे ने कहा कि एक भाजपा सांसद ने कहा था कि हम मराठी लोगों को यहां पर पटक-पटक कर मारेंगे। मैं दुबे को बोलता हूं तुम मुंबई में आ जाओ समंदर में डुबो-डुबोकर मारेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर किसी ने यहां मराठी का अपमान किया तो उसके गाल और हमारे हाथ की युति जरूर होकर रहेगी। राज ठाकरे ने आगे कहा कि मुंबई के मीरा रोड में जो कुछ हुआ जिसे पीटा गया वो सही हुआ। उसे महाराष्ट्र स्टाइल में जवाब दिया गया। महाराष्ट्र में रह रहे हो शांति से रहो मराठी सीखो। हमारा तुमसे कोई झगड़ा नहीं है लेकिन अगर मस्ती करोगे तो महाराष्ट्र स्टाइल में समझा देंगे। मनसे सुप्रीमो ने कहा कि 28 सितंबर 2018 को गुजरात के हिम्मतनगर में 14 महीने की बच्ची के साथ रेप हुआ था। उसके बाद बिहार के लोगों के साथ मारपीट की गई और करीब 20,000 लोगों को गुजरात से बिहार भेज दिया गया था। दूसरे राज्य में लोगों को मारेंगे पीटेंगे वहां आने नहीं देंगे और यहां अगर किसी दुकानदार को थप्पड़ पड़ गया तो वो नेशनल हेडलाइन बन जाती है मराठी भाषा का ढाई से तीन हजार साल का इतिहास है। उन्होंने कहा कि हमने पीएम मोदी से कहा था कि वह मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा दें।
हिंदी को अनिवार्य करके तो दिखाओ
राज ठाकरे ने सीएम देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा और कहा कि अब जाकर सरकार को समझ आया है कि पहली से पांचवीं तक हिंदी को अनिवार्य करने की कोशिश करके तो दिखाओ। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हिंदी के लिए झगड़ रहे हैं। सारे स्कूल में मराठी अनिवार्य करनी चाहिए लेकिन ये लोग सब छोडक़र हिंदी को अनिवार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ गुजराती नेताओं और व्यापारियों का प्लान था कि मुंबई और महाराष्ट्र में भेदभाव लाया जाए। सरदार वल्लभभाई पटेल ने कहा था कि मुंबई और महाराष्ट्र को अलग मत करना। कई सालों से इनकी नजर मुंबई पर है। हमारी परीक्षा ले रहे हैं। यह सबने देख लिया है कि हिंदी थोपी तो महाराष्ट्र कैसा विरोध करेगा।
