मानसून सत्र शुरू होने से पहले एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. विपक्षी दलों ने बताया कि सदन में भी वह उन्हीं मुद्दों को उठाएंगे, जिन्हें वह बाहर उठाते हैं. संजय सिंह ने बताया कि वह ट्रंप से लेकर, बुलडोजर से आम जनता को होने वाली परेशानी, बिहार चुनाव में SIR जैसे मुद्दे उठाएंगे.
लोकसभा का मानसून सत्र सोमवार को शुरू होने वाला है. इससे पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है ताकि संसद की कार्रवाई सुचारू रूप से चले. लेकिन विपक्ष के तेवर तीखे नजर आ रहे हैं. विपक्षी दलों ने साफ कर दिया है कि जिन मुद्दों को वह सदन के बाहर उठाते रहे हैं उन्हें मुद्दों पर सत्ता पक्ष को सदन में घेरने की कोशिश करेंगे.
आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा इस वक्त यह है कि जिस तरीके से ट्रंप हर दिन भारत का अपमान कर रहा है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सीजफायर उसने डिक्लेयर किया, रोज कहता है कि ट्रेड डील के नाम पर सीजफायर कराया. अब कह रहा है की 5 जेट गिराए गए. तो मुझे लगता है कि इस पर भारत की सरकार को सदन में आकर के स्पष्टीकरण करना चाहिए हम यह मुद्दा उठाएंगे.
संजय सिंह ने आगे कहा कि बुलडोजर चला कर के आपने हमारे लोगों को कुचला है, दिल्ली में उनका रोजगार कुचला है, उनका मकान कुचला है. यूपी, बिहार, पूर्वांचल के लोगों का तो यह मुद्दा भी उठाएंगे. दूसरा यूपी में जो सरकारी स्कूलों को बंद किया जा रहा है वह भी एक बड़ा मुद्दा है. 5000 स्कूलों को बंद करने का आदेश हो चुका है.
27000 स्कूल बंद होने जा रहे हैं, इसी तरीके से गुजरात का जो प्लेन क्रैश का मुद्दा है वह उठाएंगे और SIR एक बहुत बड़ा मुद्दा है, SIR पर रोक नहीं लगती तो बिहार चुनाव का कोई मतलब नहीं है. चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर के एक बड़ा घोटाला कर लिया है और मुझसे आज ही आप परिणाम लिखवा लीजिए. अगर SIR पर रोक नहीं लगी तो चुनाव से पहले ही बीजेपी बिहार जीत चुकी है. चुनाव आयोग ने बार-बार सफाई दी है और कहां है कि SIR के मुद्दे पर विपक्ष भ्रम फैला रहा है प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं है. इस पर आपकी क्या राय है?
संजय सिंह ने कहा कि अपने गुनाहों को छिपाने के लिए चुनाव आयोग क्या करेगा आप बताइए. एक महीने में आप रिवीजन के लिए जिसका मतदाता सूची में नाम आना है उसका जन्म प्रमाण पत्र मांग रहे हैं, उसके मां-बाप का जन्म प्रमाण पत्र मांग रहे हैं वह कहां से लाएगा. गरीब आदमी इतनी प्रमाण पत्र कहां से लेकर आएगा और फिर आप जो मन में आता है करते हैं यह तो ठीक नहीं है.
संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन में रही है और उसके बाद और विधानसभा चुनाव में अलग हो गई. उन्होंने कहा कि उसके पहले का आप हमारा इतिहास उठाकर के देखेंगे तो हमने सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाई है. सड़क हो सदन हो हर जगह पर बेबाकी से अपनी बात रखी है. हरियाणा हो, दिल्ली हो बिहार हो या गुजरात या पंजाब का उपचुनाव हो हर जगह हम लोग अकेले लड़े हैं.
जिन मुद्दों पर आपने बात की और विपक्षी दल की बैठक में भी उन्हीं मुद्दों को उठाने की बात की गई है तो क्या जब इन मुद्दों को सदन में उठाया जाएगा तो आप उनके साथ खड़े रहेंगे या अलग से अपनी आवाज उठाएंगे ? इस बात का जवाब देते हुए संजय सिंह ने कहा कि सदन में जो मुझे बोलना है वह मैं बोलूंगा अगर कोई दूसरा बोलेगा तो मैं उसपर रोक नहीं लगा दूंगा. दूसरा कोई कुछ बोल रहा है और मुझे लगेगा कि इसका मुद्दा सही है वही मुद्दा में भी उठा रहा हूं तो मैं उसको वहीं रोक दूंगा.
तेजस्वी यादव ने SIR के मुद्दे पर विपक्षी दलों को चिट्ठी लिखी है उसे पर आप क्या क्या सोचना है? इसका जवाब देते हुए संजय सिंह ने कहा कि मुझे लगता है कि SIR पर जो भी राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर के जिसे लगता है कि लोकतंत्र और चुनाव को बचाना है उनको सबको बोलना चाहिए.
