बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) को लेकर पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को हुआ. अब अगले चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा. इस बीच बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़ी एक अहम खबर सामने आई है.
दरअसल, बताया जा रहा है कि समस्तीपुर में बड़ी संख्या में चुनाव चिन्ह वाले मतपत्र बरामद हुए हैं. हजारों वीवीपैट (VVPAT) पर्चियां कूड़े में फेंकी हुई मिलीं. ये मतपत्र सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के शीतलपट्टी गांव के पास मिले. इस सीट पर 6 नवंबर को मतदान हुआ था. शनिवार सुबह शीतलपट्टी गांव में वीवीपैट पर्चियां मिलने से हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.
कब की है घटना? (When did the incident happen?)
इसको लेकर जानकारी सामने आ रही है कि ये घटना शनिवार सुबह यानी मतदान के एक बाद की है. सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के केएसआर कॉलेज के पास मतदान के दौरान मॉक पोल पर्चियां फेंके जाने के बाद जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं. जिलाधिकारी ने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया है. मामला बढ़ने पर राजद ने भी सरकार पर निशाना साधा.
समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी हुई मिली।
कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के… pic.twitter.com/SxOR6dd7Me
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 8, 2025
राजद ने चुनाव आयोग पर साधा निशाना (RJD targeted the Election Commission)
इस वीडियो के सामने आने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया कि समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में केएसआर कॉलेज के पास सड़क पर बड़ी संख्या में ईवीएम की वीवीपैट पर्चियां फेंकी हुई मिलीं हैं. ये पर्चियां कब, कैसे, क्यों और किसके इशारे पर फेंकी गईं? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब लोकतंत्र के एक लुटेरे के इशारे पर हो रहा है जो बाहर से आकर बिहार में डेरा जमाए बैठा है?’
मुख्य चुनाव आयुक्त ने क्या बताया? (What did the Chief Election Commissioner say?)
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि समस्तीपुर के जिलाधिकारी को मामले की मौके पर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. चूंकि ये मॉक पोल की वीवीपैट पर्चियां हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की निष्पक्षता प्रभावित नहीं हुई है. इसके अलावा ये भी जानकारी सामने आ रही है कि संबंधित उम्मीदवारों को भी सूचित कर दिया है. हालांकि लापरवाही के कारण संबंधित एआरओ को निलंबित कर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है.








